Kyun Churaate Ho Songtext
von Pankaj Udhas
Kyun Churaate Ho Songtext
क्यूँ चुराते हो देख कर आँखें?
क्यूँ चुराते हो देख कर आँखें?
कर चुकीं मेरे दिल में घर आँखें
कर चुकीं मेरे दिल में घर आँखें
क्यूँ चुराते हो देख कर आँखें?
चश्म-ए-नर्गिस को देख लें फिर हम
चश्म-ए-नर्गिस को देख लें फिर हम
चश्म-ए-नर्गिस को देख लें फिर हम
चश्म-ए-नर्गिस को देख लें फिर हम
तुम दिखा दो जो एक नज़र आँखें
तुम दिखा दो जो एक नज़र आँखें
कर चुकीं मेरे दिल में घर आँखें
क्यूँ चुराते हो देख कर आँखें?
ख़ाक पर क्यूँ हो नक़्श-ए-पा तेरा?
ख़ाक पर क्यूँ हो नक़्श-ए-पा तेरा?
ख़ाक पर क्यूँ हो नक़्श-ए-पा तेरा?
ख़ाक पर क्यूँ हो नक़्श-ए-पा तेरा?
हम बिछाएँ ज़मीन पर आँखें
हम बिछाएँ ज़मीन पर आँखें
कर चुकीं मेरे दिल में घर आँखें
क्यूँ चुराते हो देख कर आँखें?
दाग़, आँखें निकालते हैं वो
दाग़, आँखें निकालते हैं वो
दाग़, आँखें निकालते हैं वो
दाग़, आँखें निकालते हैं वो
उनको दे दो निकाल कर आँखें
उनको दे दो निकाल कर आँखें
कर चुकीं मेरे दिल में घर आँखें
क्यूँ चुराते हो देख कर आँखें?
क्यूँ चुराते हो देख कर आँखें?
कर चुकीं मेरे दिल में घर आँखें
कर चुकीं मेरे दिल में घर आँखें
क्यूँ चुराते हो देख कर आँखें?
चश्म-ए-नर्गिस को देख लें फिर हम
चश्म-ए-नर्गिस को देख लें फिर हम
चश्म-ए-नर्गिस को देख लें फिर हम
चश्म-ए-नर्गिस को देख लें फिर हम
तुम दिखा दो जो एक नज़र आँखें
तुम दिखा दो जो एक नज़र आँखें
कर चुकीं मेरे दिल में घर आँखें
क्यूँ चुराते हो देख कर आँखें?
ख़ाक पर क्यूँ हो नक़्श-ए-पा तेरा?
ख़ाक पर क्यूँ हो नक़्श-ए-पा तेरा?
ख़ाक पर क्यूँ हो नक़्श-ए-पा तेरा?
ख़ाक पर क्यूँ हो नक़्श-ए-पा तेरा?
हम बिछाएँ ज़मीन पर आँखें
हम बिछाएँ ज़मीन पर आँखें
कर चुकीं मेरे दिल में घर आँखें
क्यूँ चुराते हो देख कर आँखें?
दाग़, आँखें निकालते हैं वो
दाग़, आँखें निकालते हैं वो
दाग़, आँखें निकालते हैं वो
दाग़, आँखें निकालते हैं वो
उनको दे दो निकाल कर आँखें
उनको दे दो निकाल कर आँखें
कर चुकीं मेरे दिल में घर आँखें
क्यूँ चुराते हो देख कर आँखें?
Writer(s): Pankaj Udhas Lyrics powered by www.musixmatch.com