Baharon Ko Chaman Yaad Aa Gaya Hai Songtext
von Ghulam Ali
Baharon Ko Chaman Yaad Aa Gaya Hai Songtext
बहारों को चमन याद आ गया है
बहारों को चमन याद आ गया है
मुझे वो गुलबदन याद आ गया है
बहारों को चमन याद आ गया है
लचकती शाख़ ने जब सर उठाया
लचकती शाख़ ने जब सर उठाया
किसी का बाँकपन याद आ गया है
किसी का बाँकपन याद आ गया है
मुझे वो गुलबदन याद आ गया है
बहारों को चमन याद आ गया है
तेरी सूरत को जब देखा है मैंने
तेरी सूरत को जब देखा है मैंने
तेरी सूरत को जब देखा है मैंने
उरूज-ए-फ़िक्र-ओ-फ़न याद आ गया है
उरूज-ए-फ़िक्र-ओ-फ़न याद आ गया है
मुझे वो गुलबदन याद आ गया है
बहारों को चमन याद आ गया है
मिले वो अजनबी बनकर तो रफ़अत
मिले वो अजनबी बनकर तो रफ़अत
मिले वो अजनबी बनकर तो रफ़अत
ज़माने का चलन याद आ गया है
ज़माने का चलन याद आ गया है
मुझे वो गुलबदन याद आ गया है
बहारों को चमन याद आ गया है
बहारों को चमन याद आ गया है
बहारों को चमन याद आ गया है
मुझे वो गुलबदन याद आ गया है
बहारों को चमन याद आ गया है
लचकती शाख़ ने जब सर उठाया
लचकती शाख़ ने जब सर उठाया
किसी का बाँकपन याद आ गया है
किसी का बाँकपन याद आ गया है
मुझे वो गुलबदन याद आ गया है
बहारों को चमन याद आ गया है
तेरी सूरत को जब देखा है मैंने
तेरी सूरत को जब देखा है मैंने
तेरी सूरत को जब देखा है मैंने
उरूज-ए-फ़िक्र-ओ-फ़न याद आ गया है
उरूज-ए-फ़िक्र-ओ-फ़न याद आ गया है
मुझे वो गुलबदन याद आ गया है
बहारों को चमन याद आ गया है
मिले वो अजनबी बनकर तो रफ़अत
मिले वो अजनबी बनकर तो रफ़अत
मिले वो अजनबी बनकर तो रफ़अत
ज़माने का चलन याद आ गया है
ज़माने का चलन याद आ गया है
मुझे वो गुलबदन याद आ गया है
बहारों को चमन याद आ गया है
बहारों को चमन याद आ गया है
Writer(s): Ghulam Ali Sh, Anwar Mirzapuri Lyrics powered by www.musixmatch.com