Kis Pe Jaan Digiye Songtext
von Pankaj Udhas
Kis Pe Jaan Digiye Songtext
इन हसीनों का लड़कपन है वही, या अल्लाह
होश आता है तो आता है जलाना दिल का
किसपे जाँ दिजिए, हर चेहरा है प्यार चेहरा
किसपे जाँ दिजिए, हर चेहरा है प्यार चेहरा
बाग़ में फूल हैं, कमरे में तुम्हारा चेहरा
किसपे जाँ दिजिए, हर चेहरा है प्यार चेहरा
किसपे जाँ दिजिए...
जब भी चाहोगे अकेले में बुलाना हमको
जब भी चाहोगे अकेले में बुलाना हमको
जब भी चाहोगे अकेले में बुलाना हमको
आईना तोड़ के निकलेगा हमारा चेहरा
आईना तोड़ के निकलेगा हमारा चेहरा
बाग़ में फूल हैं, कमरे में तुम्हारा चेहरा
किसपे जाँ दिजिए, हर चेहरा है प्यार चेहरा
किसपे जाँ दिजिए...
काश वो खिड़की फिर एक बार हवा से खुल जाए
काश वो खिड़की फिर एक बार हवा से खुल जाए
काश वो खिड़की फिर एक बार हवा से खुल जाए
काश वो खिड़की फिर एक बार हवा से खुल जाए
काश आँखों को नज़र आए दोबारा चेहरा
काश आँखों को नज़र आए दोबारा चेहरा
बाग़ में फूल हैं, कमरे में तुम्हारा चेहरा
किसपे जाँ दिजिए, हर चेहरा है प्यार चेहरा
किसपे जाँ दिजिए...
इतने चेहरे थे सरे राह के कुछ याद नहीं
इतने चेहरे थे सरे राह के कुछ याद नहीं
इतने चेहरे थे सरे राह के कुछ याद नहीं
ले गया भीड़ में कौन आके हमारा चेहरा
ले गया भीड़ में कौन आके हमारा चेहरा
बाग़ में फूल हैं, कमरे में तुम्हारा चेहरा
किसपे जाँ दिजिए, हर चेहरा है प्यार चेहरा
बाग़ में फूल हैं, कमरे में तुम्हारा चेहरा
किसपे जाँ दिजिए, हर चेहरा है प्यार चेहरा
किसपे जाँ दिजिए...
होश आता है तो आता है जलाना दिल का
किसपे जाँ दिजिए, हर चेहरा है प्यार चेहरा
किसपे जाँ दिजिए, हर चेहरा है प्यार चेहरा
बाग़ में फूल हैं, कमरे में तुम्हारा चेहरा
किसपे जाँ दिजिए, हर चेहरा है प्यार चेहरा
किसपे जाँ दिजिए...
जब भी चाहोगे अकेले में बुलाना हमको
जब भी चाहोगे अकेले में बुलाना हमको
जब भी चाहोगे अकेले में बुलाना हमको
आईना तोड़ के निकलेगा हमारा चेहरा
आईना तोड़ के निकलेगा हमारा चेहरा
बाग़ में फूल हैं, कमरे में तुम्हारा चेहरा
किसपे जाँ दिजिए, हर चेहरा है प्यार चेहरा
किसपे जाँ दिजिए...
काश वो खिड़की फिर एक बार हवा से खुल जाए
काश वो खिड़की फिर एक बार हवा से खुल जाए
काश वो खिड़की फिर एक बार हवा से खुल जाए
काश वो खिड़की फिर एक बार हवा से खुल जाए
काश आँखों को नज़र आए दोबारा चेहरा
काश आँखों को नज़र आए दोबारा चेहरा
बाग़ में फूल हैं, कमरे में तुम्हारा चेहरा
किसपे जाँ दिजिए, हर चेहरा है प्यार चेहरा
किसपे जाँ दिजिए...
इतने चेहरे थे सरे राह के कुछ याद नहीं
इतने चेहरे थे सरे राह के कुछ याद नहीं
इतने चेहरे थे सरे राह के कुछ याद नहीं
ले गया भीड़ में कौन आके हमारा चेहरा
ले गया भीड़ में कौन आके हमारा चेहरा
बाग़ में फूल हैं, कमरे में तुम्हारा चेहरा
किसपे जाँ दिजिए, हर चेहरा है प्यार चेहरा
बाग़ में फूल हैं, कमरे में तुम्हारा चेहरा
किसपे जाँ दिजिए, हर चेहरा है प्यार चेहरा
किसपे जाँ दिजिए...
Writer(s): Zafar Gorakhpuri, Pankaj Udhas Lyrics powered by www.musixmatch.com