Khali Jaam Liye Baithe Ho Songtext
von Pankaj Udhas
Khali Jaam Liye Baithe Ho Songtext
ख़ाली जाम लिए बैठे हो
ख़ाली जाम लिए बैठे हो
उन आँखों की बात करो
रात बहुत है, प्यास बहुत है
बरसातों की बात करो
ख़ाली जाम लिए बैठे हो
जो पी कर मस्त हुए हैं
उनके ज़िक्र से क्या हासिल?
जो पी कर मस्त हुए हैं
उनके ज़िक्र से क्या हासिल?
उनके ज़िक्र से क्या हासिल?
जिन तक जाम नहीं पहुँचा है
उन प्यासों की बात करो
रात बहुत है, प्यास बहुत है
बरसातों की बात करो
ख़ाली जाम लिए बैठे हो
चुप रहने से कट ना सकेगी
सदियों सी लंबी रात यहाँ
चुप रहने से कट ना सकेगी
सदियों सी लंबी रात यहाँ
सदियों सी लंबी रात यहाँ
जिन यादों से दिल रौशन है
उन यादों की बात करो
रात बहुत है, प्यास बहुत है
बरसातों की बात करो
ख़ाली जाम लिए बैठे हो
फिर पलकों पर जुगनू चमके
आँखों मे घटा सी लहराई
फिर पलकों पर जुगनू चमके
आँखों मे घटा सी लहराई
आँखों मे घटा सी लहराई
ठंडी हवा का ज़िक्र करो
कुछ भीगी रुतों की बात करो
रात बहुत है, प्यास बहुत है
बरसातों की बात करो
ख़ाली जाम लिए बैठे हो
उन आँखों की बात करो
ख़ाली जाम लिए बैठे हो
ख़ाली जाम लिए बैठे हो
उन आँखों की बात करो
रात बहुत है, प्यास बहुत है
बरसातों की बात करो
ख़ाली जाम लिए बैठे हो
जो पी कर मस्त हुए हैं
उनके ज़िक्र से क्या हासिल?
जो पी कर मस्त हुए हैं
उनके ज़िक्र से क्या हासिल?
उनके ज़िक्र से क्या हासिल?
जिन तक जाम नहीं पहुँचा है
उन प्यासों की बात करो
रात बहुत है, प्यास बहुत है
बरसातों की बात करो
ख़ाली जाम लिए बैठे हो
चुप रहने से कट ना सकेगी
सदियों सी लंबी रात यहाँ
चुप रहने से कट ना सकेगी
सदियों सी लंबी रात यहाँ
सदियों सी लंबी रात यहाँ
जिन यादों से दिल रौशन है
उन यादों की बात करो
रात बहुत है, प्यास बहुत है
बरसातों की बात करो
ख़ाली जाम लिए बैठे हो
फिर पलकों पर जुगनू चमके
आँखों मे घटा सी लहराई
फिर पलकों पर जुगनू चमके
आँखों मे घटा सी लहराई
आँखों मे घटा सी लहराई
ठंडी हवा का ज़िक्र करो
कुछ भीगी रुतों की बात करो
रात बहुत है, प्यास बहुत है
बरसातों की बात करो
ख़ाली जाम लिए बैठे हो
उन आँखों की बात करो
ख़ाली जाम लिए बैठे हो
Writer(s): Pankaj Udhas, Mumtaz Rashid Lyrics powered by www.musixmatch.com