Ek Husne Benaqab Songtext
von Pankaj Udhas
Ek Husne Benaqab Songtext
एक हुस्न-ए-बेनक़ाब ने मुझसे कहा कि पी
एक हुस्न-ए-बेनक़ाब ने मुझसे कहा कि पी
कल रात ख़ुद शराब ने मुझसे कहा कि पी
एक हुस्न-ए-बेनक़ाब ने मुझसे कहा कि पी
उसके बदन की शाख़ ने राह मेरी रोक ली
उसके बदन की शाख़ ने राह मेरी रोक ली
...राह मेरी रोक ली
होंठों के दो गुलाब ने मुझसे कहा कि पी
होंठों के दो गुलाब ने मुझसे कहा कि पी
कल रात ख़ुद शराब ने मुझसे कहा कि पी
एक हुस्न-ए-बेनक़ाब ने मुझसे कहा कि पी
रुख़्सार, लब, निगाह, बदन सब शराब थे
रुख़्सार, लब, निगाह, बदन सब शराब थे
...सब शराब थे
प्यासे हर एक ख़्वाब ने मुझसे कहा कि पी
प्यासे हर एक ख़्वाब ने मुझसे कहा कि पी
कल रात ख़ुद शराब ने मुझसे कहा कि पी
एक हुस्न-ए-बेनक़ाब ने मुझसे कहा कि पी
ख़ुशबू-भरे वरक़ थे जो खुलते चले गए
ख़ुशबू-भरे वरक़ थे जो खुलते चले गए
...खुलते चले गए
मस्ती-भरी किताब ने मुझसे कहा कि पी
मस्ती-भरी किताब ने मुझसे कहा कि पी
कल रात ख़ुद शराब ने मुझसे कहा कि पी
एक हुस्न-ए-बेनक़ाब ने मुझसे कहा कि पी
एक हुस्न-ए-बेनक़ाब ने मुझसे कहा कि पी
कल रात ख़ुद शराब ने मुझसे कहा कि पी
एक हुस्न-ए-बेनक़ाब ने मुझसे कहा कि पी
उसके बदन की शाख़ ने राह मेरी रोक ली
उसके बदन की शाख़ ने राह मेरी रोक ली
...राह मेरी रोक ली
होंठों के दो गुलाब ने मुझसे कहा कि पी
होंठों के दो गुलाब ने मुझसे कहा कि पी
कल रात ख़ुद शराब ने मुझसे कहा कि पी
एक हुस्न-ए-बेनक़ाब ने मुझसे कहा कि पी
रुख़्सार, लब, निगाह, बदन सब शराब थे
रुख़्सार, लब, निगाह, बदन सब शराब थे
...सब शराब थे
प्यासे हर एक ख़्वाब ने मुझसे कहा कि पी
प्यासे हर एक ख़्वाब ने मुझसे कहा कि पी
कल रात ख़ुद शराब ने मुझसे कहा कि पी
एक हुस्न-ए-बेनक़ाब ने मुझसे कहा कि पी
ख़ुशबू-भरे वरक़ थे जो खुलते चले गए
ख़ुशबू-भरे वरक़ थे जो खुलते चले गए
...खुलते चले गए
मस्ती-भरी किताब ने मुझसे कहा कि पी
मस्ती-भरी किताब ने मुझसे कहा कि पी
कल रात ख़ुद शराब ने मुझसे कहा कि पी
एक हुस्न-ए-बेनक़ाब ने मुझसे कहा कि पी
Writer(s): . Alam, Nafiez Lyrics powered by www.musixmatch.com