Chand Ke Baad Songtext
von Pankaj Udhas
Chand Ke Baad Songtext
चाँद के बाद सितारों की तरफ़ क्या देखूँ?
चाँद के बाद सितारों की तरफ़ क्या देखूँ?
तुझको देखा तो हज़ारों की तरफ़ क्या देखूँ?
चाँद के बाद सितारों की तरफ़ क्या देखूँ?
प्यार के नाम पे हँसते हुए मर जाना है
प्यार के नाम पे हँसते हुए मर जाना है
डूबना है तो किनारों की तरफ़ क्या देखूँ?
डूबना है तो किनारों की तरफ़ क्या देखूँ?
तुझको देखा तो हज़ारों की तरफ़ क्या देखूँ?
चाँद के बाद सितारों की तरफ़ क्या देखूँ?
तू मेरी रूह में रंगों की तरह बरसी है
तू मेरी रूह में रंगों की तरह बरसी है
अब सावन के नज़ारों की तरफ़ क्या देखूँ?
अब सावन के नज़ारों की तरफ़ क्या देखूँ?
तुझको देखा तो हज़ारों की तरफ़ क्या देखूँ?
चाँद के बाद सितारों की तरफ़ क्या देखूँ?
जब खिले फूल तो मैंने तुझे सोचा है बहुत
जब खिले फूल तो मैंने तुझे सोचा है बहुत
आँख उठा कर बहारों की तरफ़ क्या देखूँ?
आँख उठा कर बहारों की तरफ़ क्या देखूँ?
तुझको देखा तो हज़ारों की तरफ़ क्या देखूँ?
चाँद के बाद सितारों की तरफ़ क्या देखूँ?
चाँद के बाद सितारों की तरफ़ क्या देखूँ?
तुझको देखा तो हज़ारों की तरफ़ क्या देखूँ?
चाँद के बाद सितारों की तरफ़ क्या देखूँ?
प्यार के नाम पे हँसते हुए मर जाना है
प्यार के नाम पे हँसते हुए मर जाना है
डूबना है तो किनारों की तरफ़ क्या देखूँ?
डूबना है तो किनारों की तरफ़ क्या देखूँ?
तुझको देखा तो हज़ारों की तरफ़ क्या देखूँ?
चाँद के बाद सितारों की तरफ़ क्या देखूँ?
तू मेरी रूह में रंगों की तरह बरसी है
तू मेरी रूह में रंगों की तरह बरसी है
अब सावन के नज़ारों की तरफ़ क्या देखूँ?
अब सावन के नज़ारों की तरफ़ क्या देखूँ?
तुझको देखा तो हज़ारों की तरफ़ क्या देखूँ?
चाँद के बाद सितारों की तरफ़ क्या देखूँ?
जब खिले फूल तो मैंने तुझे सोचा है बहुत
जब खिले फूल तो मैंने तुझे सोचा है बहुत
आँख उठा कर बहारों की तरफ़ क्या देखूँ?
आँख उठा कर बहारों की तरफ़ क्या देखूँ?
तुझको देखा तो हज़ारों की तरफ़ क्या देखूँ?
चाँद के बाद सितारों की तरफ़ क्या देखूँ?
Writer(s): Pankaj Udhas, Qaisar-ul-jafri Lyrics powered by www.musixmatch.com