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Apni Mohabbat Kabhi Kam Na Ho Songtext
von Pankaj Udhas

Apni Mohabbat Kabhi Kam Na Ho Songtext

अपनी मोहब्बत कभी कम ना हो
चाहे जहाँ भी, सनम, तुम रहो
अपनी मोहब्बत कभी कम ना हो
चाहे जहाँ भी, सनम, तुम रहो
अपनी वफ़ा सच है अगर मिलके रहेंगे, सनम

अपनी मोहब्बत कभी कम ना हो
चाहे जहाँ भी, सनम, तुम रहो
अपनी वफ़ा सच है अगर मिलके रहेंगे, सनम
आजा, सनम आजा, आजा, सनम आजा

हम हैं यहाँ, तुम हो वहाँ, दिल दो मिले हैं, मगर
रूठा है रब, ग़म है यही, क़िस्मत ने बदली नज़र
हम हैं यहाँ, तुम हो वहाँ, दिल दो मिले हैं, मगर
रूठा है रब, ग़म है यही, क़िस्मत ने बदली नज़र


हमारा मिलन होगा सदा
साँसों में जब तक है दम

अपनी मोहब्बत कभी कम ना हो
चाहे जहाँ भी, सनम, तुम रहो
अपनी वफ़ा सच है अगर मिलके रहेंगे, सनम
आजा, सनम आजा, आजा, सनम आजा

हम क्यूँ डरें? दुनिया ने जो पहरे बिछाए यहाँ
रोकें क़दम दिलवालों के ज़ंजीर ऐसी कहाँ
हम क्यूँ डरें? दुनिया ने जो पहरे बिछाए यहाँ
रोकें क़दम दिलवालों के ज़ंजीर ऐसी कहाँ

टकराएँगे दुनिया से हम
अब ना सहेंगे सितम

अपनी मोहब्बत कभी कम ना हो
चाहे जहाँ भी, सनम, तुम रहो
अपनी वफ़ा सच है अगर मिलके रहेंगे, सनम
आजा, सनम आजा, आजा, सनम आजा


आजा, सनम आजा, आजा, सनम आजा

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