Mohabbat Cheez Hai Kya Songtext
von Asha Bhosle
Mohabbat Cheez Hai Kya Songtext
सितमगर तुझ से उम्मीद-ए-करम होगी, जिन्हें होगी
हमें तो देखना ये है के तू ज़ालिम कहाँ तक है
मोहब्बत चीज़ है क्या? मोहब्बत करके देखेंगे
मोहब्बत चीज़ है क्या? मोहब्बत करके देखेंगे
"क़ज़ा" कहते हैं किस को? किसी पर मर कर देखेंगे
मोहब्बत चीज़ है क्या?
बड़ा ही ख़ूबसूरत दिल से वादा कर लिया हमने
के तुम पर जान देने का इरादा कर लिया हमने
के तुम पर जान देने का इरादा कर लिया हमने
कहाँ है प्यार की सूली?
कहाँ है प्यार की सूली? ये सूली चढ़ के देखेंगे
"क़ज़ा" कहते हैं किस को? किसी पर मर कर देखेंगे
मोहब्बत चीज़ है क्या?
तुम्हारे दर पे दिल अपना मोहब्बत का सवाली है
नशीली आँख से देखो, सुराही दिल की खाली है
तुम्हारे दर पे दिल अपना मोहब्बत का सवाली है
नशीली आँख से देखो, सुराही दिल की खाली है
छलक जाती है कैसे?
छलक जाती है कैसे? सुराही भर के देखेंगे
"क़ज़ा" कहते हैं किस को? किसी पर मर कर देखेंगे
मोहब्बत चीज़ है क्या?
लिया जाएगा कब तक जान-ए-मन यूँ इम्तिहाँ अपना?
सुना दो मुस्कुरा कर फ़ैसला कुछ मेहरबाँ अपना
सुना दो मुस्कुरा कर फ़ैसला कुछ मेहरबाँ अपना
तुम्हारे फ़ैसलें पर
तुम्हारे फ़ैसलें पर ख़ुशी से मर के देखेंगे
मोहब्बत चीज़ है क्या? मोहब्बत करके देखेंगे
"क़ज़ा" कहते हैं किस को? किसी पर मर कर देखेंगे
मोहब्बत चीज़ है क्या?
हमें तो देखना ये है के तू ज़ालिम कहाँ तक है
मोहब्बत चीज़ है क्या? मोहब्बत करके देखेंगे
मोहब्बत चीज़ है क्या? मोहब्बत करके देखेंगे
"क़ज़ा" कहते हैं किस को? किसी पर मर कर देखेंगे
मोहब्बत चीज़ है क्या?
बड़ा ही ख़ूबसूरत दिल से वादा कर लिया हमने
के तुम पर जान देने का इरादा कर लिया हमने
के तुम पर जान देने का इरादा कर लिया हमने
कहाँ है प्यार की सूली?
कहाँ है प्यार की सूली? ये सूली चढ़ के देखेंगे
"क़ज़ा" कहते हैं किस को? किसी पर मर कर देखेंगे
मोहब्बत चीज़ है क्या?
तुम्हारे दर पे दिल अपना मोहब्बत का सवाली है
नशीली आँख से देखो, सुराही दिल की खाली है
तुम्हारे दर पे दिल अपना मोहब्बत का सवाली है
नशीली आँख से देखो, सुराही दिल की खाली है
छलक जाती है कैसे?
छलक जाती है कैसे? सुराही भर के देखेंगे
"क़ज़ा" कहते हैं किस को? किसी पर मर कर देखेंगे
मोहब्बत चीज़ है क्या?
लिया जाएगा कब तक जान-ए-मन यूँ इम्तिहाँ अपना?
सुना दो मुस्कुरा कर फ़ैसला कुछ मेहरबाँ अपना
सुना दो मुस्कुरा कर फ़ैसला कुछ मेहरबाँ अपना
तुम्हारे फ़ैसलें पर
तुम्हारे फ़ैसलें पर ख़ुशी से मर के देखेंगे
मोहब्बत चीज़ है क्या? मोहब्बत करके देखेंगे
"क़ज़ा" कहते हैं किस को? किसी पर मर कर देखेंगे
मोहब्बत चीज़ है क्या?
Writer(s): Onkar Prasad Nayyar, Aziz Kashmiri Lyrics powered by www.musixmatch.com