Main Badi Mushkil Main Hun Songtext
von Mohammed Rafi
Main Badi Mushkil Main Hun Songtext
ना तुझ से दूर जा सकूँ, ना तेरे पास आ सकूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
ना तुझ से दूर जा सकूँ, ना तेरे पास आ सकूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
चुप रहूँ, गिला करूँ, शुक्रिया अदा करूँ
चुप रहूँ, गिला करूँ, शुक्रिया अदा करूँ
सोचता रहा करूँ, क्या करूँ, मैं क्या करूँ?
ना अपना ग़म छुपा सकूँ, ना अपना ग़म सुना सकूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
क्या सितम है, मेहरबाँ, आ गया हूँ मैं कहाँ?
क्या सितम है, मेहरबाँ, आ गया हूँ मैं कहाँ?
ख़ूब है ये दास्ताँ, है तेरा वो आस्ताँ
ना जिसपे सर झुका सकूँ, ना जिससे सर उठा सकूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
दिल में है क़रार भी, दिल है बेक़रार भी
दिल में है क़रार भी, दिल है बेक़रार भी
हँसती है बहार भी, है अजब ये प्यार भी
ना मैं नज़र मिला सकूँ, ना मैं नज़र चुरा सकूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
ना तुझ से दूर जा सकूँ, ना तेरे पास आ सकूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
ना तुझ से दूर जा सकूँ, ना तेरे पास आ सकूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
चुप रहूँ, गिला करूँ, शुक्रिया अदा करूँ
चुप रहूँ, गिला करूँ, शुक्रिया अदा करूँ
सोचता रहा करूँ, क्या करूँ, मैं क्या करूँ?
ना अपना ग़म छुपा सकूँ, ना अपना ग़म सुना सकूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
क्या सितम है, मेहरबाँ, आ गया हूँ मैं कहाँ?
क्या सितम है, मेहरबाँ, आ गया हूँ मैं कहाँ?
ख़ूब है ये दास्ताँ, है तेरा वो आस्ताँ
ना जिसपे सर झुका सकूँ, ना जिससे सर उठा सकूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
दिल में है क़रार भी, दिल है बेक़रार भी
दिल में है क़रार भी, दिल है बेक़रार भी
हँसती है बहार भी, है अजब ये प्यार भी
ना मैं नज़र मिला सकूँ, ना मैं नज़र चुरा सकूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
ना तुझ से दूर जा सकूँ, ना तेरे पास आ सकूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
कि मैं बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं बड़ी मुश्किल में हूँ
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Lakshmikant Lyrics powered by www.musixmatch.com