Kuchh Na Kaho (sad) Songtext
von Lata Mangeshkar
Kuchh Na Kaho (sad) Songtext
कुछ ना कहो, कुछ भी ना कहो
कुछ ना कहो, कुछ भी ना कहो
क्या कहना है, क्या सुनना है
मुझ को पता है, तुम को पता है
समय का ये पल थम सा गया है
और इस पल में कोई नहीं है
बस एक मैं हूँ, बस एक तुम हो
कुछ ना कहो, कुछ भी ना कहो
खोई सब पहचानें, खोए सारे अपने
समय की छलनी से गिर-गिर के खोए सारे सपने
खोई सब पहचानें, खोए सारे अपने
समय की छलनी से गिर-गिर के खोए सारे सपने
और इस पल में कोई नहीं है
बस एक मैं हूँ, बस एक तुम हो
कुछ ना कहो, कुछ भी ना कहो
हम ने जब देखें थे सुंदर-कोमल सपने
फूल, सितारे, पर्बत, बादल सब लगते थे अपने
हम ने जब देखें थे सुंदर-कोमल सपने
फूल, सितारे, पर्बत, बादल सब लगते थे अपने
और इस पल में कोई नहीं है
बस एक मैं हूँ, बस एक तुम हो
कुछ ना कहो, कुछ भी ना कहो
क्या कहना है, क्या सुनना है
मुझ को पता है, तुम को पता है
समय का ये पल थम सा गया है
और इस पल में कोई नहीं है
बस एक मैं हूँ, बस एक तुम हो
कुछ ना कहो, कुछ भी ना कहो
क्या कहना है, क्या सुनना है
मुझ को पता है, तुम को पता है
समय का ये पल थम सा गया है
और इस पल में कोई नहीं है
बस एक मैं हूँ, बस एक तुम हो
कुछ ना कहो, कुछ भी ना कहो
खोई सब पहचानें, खोए सारे अपने
समय की छलनी से गिर-गिर के खोए सारे सपने
खोई सब पहचानें, खोए सारे अपने
समय की छलनी से गिर-गिर के खोए सारे सपने
और इस पल में कोई नहीं है
बस एक मैं हूँ, बस एक तुम हो
कुछ ना कहो, कुछ भी ना कहो
हम ने जब देखें थे सुंदर-कोमल सपने
फूल, सितारे, पर्बत, बादल सब लगते थे अपने
हम ने जब देखें थे सुंदर-कोमल सपने
फूल, सितारे, पर्बत, बादल सब लगते थे अपने
और इस पल में कोई नहीं है
बस एक मैं हूँ, बस एक तुम हो
कुछ ना कहो, कुछ भी ना कहो
क्या कहना है, क्या सुनना है
मुझ को पता है, तुम को पता है
समय का ये पल थम सा गया है
और इस पल में कोई नहीं है
बस एक मैं हूँ, बस एक तुम हो
Writer(s): Javed Akhtar, Rahul Dev Burman Lyrics powered by www.musixmatch.com