Jo Main Janti Unke Liye Songtext
von Lata Mangeshkar
Jo Main Janti Unke Liye Songtext
जो मैं जानती उनके लिए
जो मैं जानती उनके लिए
मेरे दिल में कितना प्यार है
इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
हो, इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
जो मैं जानती उनके लिए
जो मैं सोच-समझ के चलती
हद से बात गुज़रती क्यूँ?
जो मैं सोच-समझ के चलती
हद से बात गुज़रती क्यूँ?
अनजाने नैनों से उलझ के
जीते-जी मैं मरती क्यूँ?
अनजाने नैनों से उलझ के
जीते-जी मैं मरती क्यूँ?
जीते-जी मैं मरती क्यूँ?
हो, इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
जो मैं जानती उनके लिए
मेरे दिल में कितना प्यार है
इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
हो, इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
जो मैं जानती उनके लिए
हर-दम उलझी लट से उलझूँ
हर-दम उलझी लट से उलझूँ
काजल फेरूँ अखियन में
काजल फेरूँ अखियन में
वो जो ना आते तो मैं इतना
बनती और सँवरती क्यूँ?
वो जो ना आते तो मैं इतना
बनती और सँवरती क्यूँ?
बनती और सँवरती क्यूँ?
हो, इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
जो मैं जानती उनके लिए
मेरे दिल में कितना प्यार है
इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
हो, इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
जो मैं जानती उनके लिए
हाय रे, मीठा दर्द जिगर का
हाय रे, पहला-पहला प्यार
हाय रे, मीठा दर्द जिगर का
हाय रे, पहला-पहला प्यार
जो मैं जानती, ये सब होगा
इस मुश्किल में पड़ती क्यूँ?
जो मैं जानती, ये सब होगा
इस मुश्किल में पड़ती क्यूँ?
इस मुश्किल में पड़ती क्यूँ?
हो, इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
जो मैं जानती उनके लिए
मेरे दिल में कितना प्यार है
इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
हो, इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
जो मैं जानती उनके लिए
जो मैं जानती उनके लिए
मेरे दिल में कितना प्यार है
इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
हो, इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
जो मैं जानती उनके लिए
जो मैं सोच-समझ के चलती
हद से बात गुज़रती क्यूँ?
जो मैं सोच-समझ के चलती
हद से बात गुज़रती क्यूँ?
अनजाने नैनों से उलझ के
जीते-जी मैं मरती क्यूँ?
अनजाने नैनों से उलझ के
जीते-जी मैं मरती क्यूँ?
जीते-जी मैं मरती क्यूँ?
हो, इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
जो मैं जानती उनके लिए
मेरे दिल में कितना प्यार है
इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
हो, इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
जो मैं जानती उनके लिए
हर-दम उलझी लट से उलझूँ
हर-दम उलझी लट से उलझूँ
काजल फेरूँ अखियन में
काजल फेरूँ अखियन में
वो जो ना आते तो मैं इतना
बनती और सँवरती क्यूँ?
वो जो ना आते तो मैं इतना
बनती और सँवरती क्यूँ?
बनती और सँवरती क्यूँ?
हो, इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
जो मैं जानती उनके लिए
मेरे दिल में कितना प्यार है
इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
हो, इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
जो मैं जानती उनके लिए
हाय रे, मीठा दर्द जिगर का
हाय रे, पहला-पहला प्यार
हाय रे, मीठा दर्द जिगर का
हाय रे, पहला-पहला प्यार
जो मैं जानती, ये सब होगा
इस मुश्किल में पड़ती क्यूँ?
जो मैं जानती, ये सब होगा
इस मुश्किल में पड़ती क्यूँ?
इस मुश्किल में पड़ती क्यूँ?
हो, इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
जो मैं जानती उनके लिए
मेरे दिल में कितना प्यार है
इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
हो, इतना प्यार मैं करती क्यूँ?
जो मैं जानती उनके लिए
Writer(s): Shailendra, Panchal Jaikishan, Singh S Shankar Lyrics powered by www.musixmatch.com