Ja Re Ja Re Ud Ja Re Panchhi Songtext
von Lata Mangeshkar
Ja Re Ja Re Ud Ja Re Panchhi Songtext
जा रे, जा रे, उड़ जा रे, पंछी
बहारों के देस जा रे, यहाँ क्या है, मेरे प्यारे?
कि उजड़ गई बग़िया मेरे मन की
जा रे, जा रे, उड़ जा रे, पंछी
बहारों के देस जा रे, यहाँ क्या है, मेरे प्यारे?
कि उजड़ गई बग़िया मेरे मन की
जा रे...
ना डाली रही, ना कली
अजब ग़म की आँधी चली
उड़ी दुख की धूल राहों में
ना डाली रही, ना कली
अजब ग़म की आँधी चली
उड़ी दुख की धूल राहों में
जा रे, ये गली है बिरहन की
बहारों के देस जा रे, यहाँ क्या है, मेरे प्यारे?
कि उजड़ गई बग़िया मेरे मन की
जा रे...
मैं बीना उठा ना सकी
तेरे संग गा ना सकी
ढले मेरे गीत आहों में
मैं बीना उठा ना सकी
तेरे संग गा ना सकी
ढले मेरे गीत आहों में
जा रे, ये गली है अँसुवन की
बहारों के देस जा रे, यहाँ क्या है, मेरे प्यारे?
कि उजड़ गई बग़िया मेरे मन की
जा रे, जा रे, उड़ जा रे, पंछी
बहारों के देस जा रे, यहाँ क्या है, मेरे प्यारे?
कि उजड़ गई बग़िया मेरे मन की
जा रे...
बहारों के देस जा रे, यहाँ क्या है, मेरे प्यारे?
कि उजड़ गई बग़िया मेरे मन की
जा रे, जा रे, उड़ जा रे, पंछी
बहारों के देस जा रे, यहाँ क्या है, मेरे प्यारे?
कि उजड़ गई बग़िया मेरे मन की
जा रे...
ना डाली रही, ना कली
अजब ग़म की आँधी चली
उड़ी दुख की धूल राहों में
ना डाली रही, ना कली
अजब ग़म की आँधी चली
उड़ी दुख की धूल राहों में
जा रे, ये गली है बिरहन की
बहारों के देस जा रे, यहाँ क्या है, मेरे प्यारे?
कि उजड़ गई बग़िया मेरे मन की
जा रे...
मैं बीना उठा ना सकी
तेरे संग गा ना सकी
ढले मेरे गीत आहों में
मैं बीना उठा ना सकी
तेरे संग गा ना सकी
ढले मेरे गीत आहों में
जा रे, ये गली है अँसुवन की
बहारों के देस जा रे, यहाँ क्या है, मेरे प्यारे?
कि उजड़ गई बग़िया मेरे मन की
जा रे, जा रे, उड़ जा रे, पंछी
बहारों के देस जा रे, यहाँ क्या है, मेरे प्यारे?
कि उजड़ गई बग़िया मेरे मन की
जा रे...
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Salil Choudhury Lyrics powered by www.musixmatch.com