Apne jeevan ki uljhan Songtext
von Lata Mangeshkar
Apne jeevan ki uljhan Songtext
अपने जीवन की उलझन को कैसे मैं सुलझाऊँ?
अपने जीवन की उलझन को कैसे मैं सुलझाऊँ?
अपनों ने जो दर्द दिए हैं, कैसे मैं बतलाऊँ?
प्यार के वादे हो गए झूठे, प्यार के वादे हो गए झूठे
वफ़ा के बंधन टूटे, वफ़ा के बंधन टूटे
बनके जीवन साथी कोई चैन मेरा क्यूँ लूटे?
चैन मेरा क्यूँ लूटे?
ऐसे जीवन साथी से...
ऐसे जीवन साथी से मैं कैसे साथ निभाऊँ?
अपने जीवन की उलझन को कैसे मैं सुलझाऊँ?
अपनों ने जो दर्द दिए हैं, कैसे मैं बतलाऊँ?
कैसे-कैसे भेद छुपाएँ, कैसे-कैसे भेद छुपाएँ
हाथों की रेखाएँ, हाथों की रेखाएँ
कोई ना जाने किस जीवन को ये किस ओर ले जाएँ
ये किस ओर ले जाएँ
पढ़ ना पाऊँ लेख विधि का...
पढ़ ना पाऊँ लेख विधि का, पल-पल मैं घबराऊँ
अपने जीवन की उलझन को कैसे मैं सुलझाऊँ?
अपनों ने जो दर्द दिए हैं कैसे मैं बतलाऊँ?
अपने जीवन की उलझन को...
अपने जीवन की उलझन को कैसे मैं सुलझाऊँ?
अपनों ने जो दर्द दिए हैं, कैसे मैं बतलाऊँ?
प्यार के वादे हो गए झूठे, प्यार के वादे हो गए झूठे
वफ़ा के बंधन टूटे, वफ़ा के बंधन टूटे
बनके जीवन साथी कोई चैन मेरा क्यूँ लूटे?
चैन मेरा क्यूँ लूटे?
ऐसे जीवन साथी से...
ऐसे जीवन साथी से मैं कैसे साथ निभाऊँ?
अपने जीवन की उलझन को कैसे मैं सुलझाऊँ?
अपनों ने जो दर्द दिए हैं, कैसे मैं बतलाऊँ?
कैसे-कैसे भेद छुपाएँ, कैसे-कैसे भेद छुपाएँ
हाथों की रेखाएँ, हाथों की रेखाएँ
कोई ना जाने किस जीवन को ये किस ओर ले जाएँ
ये किस ओर ले जाएँ
पढ़ ना पाऊँ लेख विधि का...
पढ़ ना पाऊँ लेख विधि का, पल-पल मैं घबराऊँ
अपने जीवन की उलझन को कैसे मैं सुलझाऊँ?
अपनों ने जो दर्द दिए हैं कैसे मैं बतलाऊँ?
अपने जीवन की उलझन को...
Writer(s): Anandji V Shah, Kalyanji Virji Shah, M. G. Hashmat Lyrics powered by www.musixmatch.com