Tumhe Murga Banaake Khilaoongi Songtext
von Asha Bhosle
Tumhe Murga Banaake Khilaoongi Songtext
रोज़ शाम, पिया, घर जल्दी ये आना
रोज़ शाम, पिया, घर जल्दी ये आना
कहीं किसी काम-काज में ना फँस जाना
खाना तेरी पसंद का पकाऊँगी
खाना तेरी पसंद का पकाऊँगी
तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
खाना तेरी पसंद का पकाऊँगी
तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
ओ, तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
कुक-ड़ु-कू
कुक-ड़ु-कू
करो वादा कि picture दिखाओगे
करो वादा कि picture दिखाओगे
सैर करने कहीं लेके जाओगे
अरे, Sunday को छुट्टी मनाओगे
हाँ, मनाओगे, हो, मनाओगे
सेज चुन-चुन के कलियाँ सजाऊँगी
तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
कभी झूठा बहाना बनाना ना
कभी झूठा बहाना बनाना ना
कहीं सौतन से नैना लड़ाना ना
अरमानों भरा दिल दुखाना ना
हाँ, दुखाना ना, हो, दुखाना ना
सारे नख़रे तुम्हारे उठाऊँगी
तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
कुक-ड़ु-कू
कुक-ड़ु-कू
देर से आओगे तो ना बोलूँगी
देर से आओगे तो ना बोलूँगी
दरवाज़ा मैं घर का ना खोलूँगी
बैठी-बैठी अकेली मैं रो लूँगी
हाँ, रो लूँगी, हो, रो लूँगी
रोते-रोते मैं तुमको मनाऊँगी
तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
ओ, तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
खाना तेरी पसंद का पकाऊँगी
तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
रोज़ शाम, पिया, घर जल्दी ये आना
कहीं किसी काम-काज में ना फँस जाना
खाना तेरी पसंद का पकाऊँगी
खाना तेरी पसंद का पकाऊँगी
तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
खाना तेरी पसंद का पकाऊँगी
तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
ओ, तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
कुक-ड़ु-कू
कुक-ड़ु-कू
करो वादा कि picture दिखाओगे
करो वादा कि picture दिखाओगे
सैर करने कहीं लेके जाओगे
अरे, Sunday को छुट्टी मनाओगे
हाँ, मनाओगे, हो, मनाओगे
सेज चुन-चुन के कलियाँ सजाऊँगी
तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
कभी झूठा बहाना बनाना ना
कभी झूठा बहाना बनाना ना
कहीं सौतन से नैना लड़ाना ना
अरमानों भरा दिल दुखाना ना
हाँ, दुखाना ना, हो, दुखाना ना
सारे नख़रे तुम्हारे उठाऊँगी
तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
कुक-ड़ु-कू
कुक-ड़ु-कू
देर से आओगे तो ना बोलूँगी
देर से आओगे तो ना बोलूँगी
दरवाज़ा मैं घर का ना खोलूँगी
बैठी-बैठी अकेली मैं रो लूँगी
हाँ, रो लूँगी, हो, रो लूँगी
रोते-रोते मैं तुमको मनाऊँगी
तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
ओ, तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
खाना तेरी पसंद का पकाऊँगी
तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
तुम्हें मुर्ग़ा बना के खिलाऊँगी
Writer(s): Sameer Anjaan, Anand Chitragupta Shrivastava, Milind Chitragupta Shrivastava Lyrics powered by www.musixmatch.com