Suhani Sham Aayi Hai Songtext
von Asha Bhosle
Suhani Sham Aayi Hai Songtext
सुहानी शाम आई है किसी के आने से
हुए जाते हैं हम तो झूमकर दीवाने से
सुहानी शाम आई है किसी के आने से
हुए जाते हैं हम तो झूमकर दीवाने से
उनसे मिलते ही नज़र, ऐसा होता है असर
जैसे नशे की लहर कोई कर दे बेख़बर
सुहानी शाम आई है किसी के आने से
हुए जाते हैं हम तो झूमकर दीवाने से
आए हैं वो ऐसे जैसे ख़ुशबू वीरानों में
जैसे कोई पहचाना मिल जाए अंजानों में
हो, आए हैं वो ऐसे जैसे ख़ुशबू वीरानों में
जैसे कोई पहचाना मिल जाए अंजानों में
दिल मेरा गाने लगा, मस्ती छलकाने लगा
मुझसे दिल खोने लगा, हो, उनको दिल पाने लगा
सुहानी शाम आई है किसी के आने से
हुए जाते हैं हम तो झूमकर दीवाने से
ये है वो जो ख़्वाबों में भी नींद चुरा लेते हैं
सुलगे-सुलगे मन को मेरे और हवा देते हैं
हो, ये है वो जो ख़्वाबों में भी नींद चुरा लेते हैं
सुलगे-सुलगे मन को मेरे और हवा देते हैं
फिर ये जलता है बदन, ऐसी होती है जलन
उनसे मिलने के लिए जाग जाती है लगन
सुहानी शाम आई है किसी के आने से
हुए जाते हैं हम तो झूमकर दीवाने से
उनके आते ही ये कैसा जादू चल जाता है
पल-भर में ही अरमानों का रंग बदल जाता है
हो, उनके आते ही ये कैसा जादू चल जाता है
पल-भर में ही अरमानों का रंग बदल जाता है
हम शरमाने लगते हैं, हम लहराने लगते हैं
कितनी रोके हम ख़ुशी, मुस्कुराने लगते हैं
सुहानी शाम आई है किसी के आने से
हुए जाते हैं हम तो झूमकर दीवाने से
उनसे मिलते ही नज़र, ऐसा होता है असर
जैसे नशे की लहर कोई कर दे बेख़बर
हुए जाते हैं हम तो झूमकर दीवाने से
सुहानी शाम आई है किसी के आने से
हुए जाते हैं हम तो झूमकर दीवाने से
उनसे मिलते ही नज़र, ऐसा होता है असर
जैसे नशे की लहर कोई कर दे बेख़बर
सुहानी शाम आई है किसी के आने से
हुए जाते हैं हम तो झूमकर दीवाने से
आए हैं वो ऐसे जैसे ख़ुशबू वीरानों में
जैसे कोई पहचाना मिल जाए अंजानों में
हो, आए हैं वो ऐसे जैसे ख़ुशबू वीरानों में
जैसे कोई पहचाना मिल जाए अंजानों में
दिल मेरा गाने लगा, मस्ती छलकाने लगा
मुझसे दिल खोने लगा, हो, उनको दिल पाने लगा
सुहानी शाम आई है किसी के आने से
हुए जाते हैं हम तो झूमकर दीवाने से
ये है वो जो ख़्वाबों में भी नींद चुरा लेते हैं
सुलगे-सुलगे मन को मेरे और हवा देते हैं
हो, ये है वो जो ख़्वाबों में भी नींद चुरा लेते हैं
सुलगे-सुलगे मन को मेरे और हवा देते हैं
फिर ये जलता है बदन, ऐसी होती है जलन
उनसे मिलने के लिए जाग जाती है लगन
सुहानी शाम आई है किसी के आने से
हुए जाते हैं हम तो झूमकर दीवाने से
उनके आते ही ये कैसा जादू चल जाता है
पल-भर में ही अरमानों का रंग बदल जाता है
हो, उनके आते ही ये कैसा जादू चल जाता है
पल-भर में ही अरमानों का रंग बदल जाता है
हम शरमाने लगते हैं, हम लहराने लगते हैं
कितनी रोके हम ख़ुशी, मुस्कुराने लगते हैं
सुहानी शाम आई है किसी के आने से
हुए जाते हैं हम तो झूमकर दीवाने से
उनसे मिलते ही नज़र, ऐसा होता है असर
जैसे नशे की लहर कोई कर दे बेख़बर
Writer(s): R. D. Burman, Yogesh Lyrics powered by www.musixmatch.com