Kise Yaad Rakhoon Songtext
von Mukesh
Kise Yaad Rakhoon Songtext
कोई दिल में है और कोई है नज़र में
मोहब्बत के सपने हैं, मैं किस के उठाऊँ?
इसी कश्मकश में जिए जा रहा हूँ
किसे याद रखूँ? किसे भूल जाऊँ?
किसे याद रखूँ? किसे भूल जाऊँ?
उधर दिल मोहब्बत में उनको दिया है
इधर फ़र्ज़ का बोझ सर पे लिया है
अरी, ज़िंदगी, तूने ये क्या किया है?
किसे याद रखूँ? किसे भूल जाऊँ?
ना बस में है मेरे उन्हें भूल जाना
ना बस में है इनको नज़र से गिराना
मेरी बेबसी का बस इतना फ़साना
किसे याद रखूँ? किसे भूल जाऊँ?
किसे याद रखूँ? किसे भूल जाऊँ?
मोहब्बत के सपने हैं, मैं किस के उठाऊँ?
इसी कश्मकश में जिए जा रहा हूँ
किसे याद रखूँ? किसे भूल जाऊँ?
किसे याद रखूँ? किसे भूल जाऊँ?
उधर दिल मोहब्बत में उनको दिया है
इधर फ़र्ज़ का बोझ सर पे लिया है
अरी, ज़िंदगी, तूने ये क्या किया है?
किसे याद रखूँ? किसे भूल जाऊँ?
ना बस में है मेरे उन्हें भूल जाना
ना बस में है इनको नज़र से गिराना
मेरी बेबसी का बस इतना फ़साना
किसे याद रखूँ? किसे भूल जाऊँ?
किसे याद रखूँ? किसे भूल जाऊँ?
Writer(s): Kaif Irfani, Mukesh Lyrics powered by www.musixmatch.com