Jinhen Ham Bhoolna Chahen Songtext
von Mukesh
Jinhen Ham Bhoolna Chahen Songtext
जिन्हें हम भूलना चाहे वो अक्सर याद आते है
जिन्हें हम भूलना चाहे वो अक्सर याद आते है
बुरा हो इस मोहब्बत का
बुरा हो इस मोहब्बत का वो क्यूँ कर याद आते है?
जिन्हें हम भूलना चाहे वो अक्सर याद आते है
बुलाए किस तरह उनको कभी पी थी उन आँखों से
बुलाए किस तरह उनको कभी पी थी उन आँखों से
—कभी पी थी उन आँखों से
छलक जाते है जब आँसू
छलक जाते है जब आँसू वो सागर याद आते है
जिन्हें हम भूलना चाहे वो अक्सर याद आते है
किसी के सुर्ख लब थे या दिये की लौ मचलती थी?
किसी के सुर्ख लब थे या दिये की लौ मचलती थी?
—दिये की लौ मचलती थी
जहाँ की थी कभी पूजा
जहाँ की थी कभी पूजा वो मंदर याद आते है
जिन्हें हम भूलना चाहे वो अक्सर याद आते है
रहे ऐ शम्मा तू रोशन, दुआ देता है परवाना
रहे ऐ शम्मा तू रोशन, दुआ देता है परवाना
जिन्हें किस्मत में जलना है
जिन्हें किस्मत में जलना है, वो जलकर याद आते है
जिन्हें हम भूलना चाहे वो अक्सर याद आते है
बुरा हो इस मोहब्बत का
बुरा हो इस मोहब्बत का वो क्यूँ कर याद आते है?
जिन्हें हम भूलना चाहे वो अक्सर याद आते है
जिन्हें हम भूलना चाहे...
जिन्हें हम भूलना चाहे वो अक्सर याद आते है
बुरा हो इस मोहब्बत का
बुरा हो इस मोहब्बत का वो क्यूँ कर याद आते है?
जिन्हें हम भूलना चाहे वो अक्सर याद आते है
बुलाए किस तरह उनको कभी पी थी उन आँखों से
बुलाए किस तरह उनको कभी पी थी उन आँखों से
—कभी पी थी उन आँखों से
छलक जाते है जब आँसू
छलक जाते है जब आँसू वो सागर याद आते है
जिन्हें हम भूलना चाहे वो अक्सर याद आते है
किसी के सुर्ख लब थे या दिये की लौ मचलती थी?
किसी के सुर्ख लब थे या दिये की लौ मचलती थी?
—दिये की लौ मचलती थी
जहाँ की थी कभी पूजा
जहाँ की थी कभी पूजा वो मंदर याद आते है
जिन्हें हम भूलना चाहे वो अक्सर याद आते है
रहे ऐ शम्मा तू रोशन, दुआ देता है परवाना
रहे ऐ शम्मा तू रोशन, दुआ देता है परवाना
जिन्हें किस्मत में जलना है
जिन्हें किस्मत में जलना है, वो जलकर याद आते है
जिन्हें हम भूलना चाहे वो अक्सर याद आते है
बुरा हो इस मोहब्बत का
बुरा हो इस मोहब्बत का वो क्यूँ कर याद आते है?
जिन्हें हम भूलना चाहे वो अक्सर याद आते है
जिन्हें हम भूलना चाहे...
Writer(s): Sonik Omi, G L Rawal Lyrics powered by www.musixmatch.com