Aadhe Idhar Hain Aadhe Udhar (From ’Ghar Ghar Mein Diwali’) Songtext
von Mukesh
Aadhe Idhar Hain Aadhe Udhar (From ’Ghar Ghar Mein Diwali’) Songtext
आधे उधर हैं और आधे इधर
ये हसरत-ए-दिल है ना जाने किधर
उनको ख़बर है, ना हमको ख़बर
ये हसरत-ए-दिल है ना जाने किधर
आधे उधर हैं और आधे इधर
ज़ुल्फ़ों की गलियों में खोए कभी
हैं पलकों की छाँव में सोए कभी
ज़ुल्फ़ों की गलियों में खोए कभी
हैं पलकों की छाँव में सोए कभी
ढूँढें तो ढूँढें दिल को कहाँ?
हो, ढूँढें तो ढूँढें दिल को कहाँ?
कि ऐसी लगी है किसी की नज़र
ये हसरत-ए-दिल है ना जाने किधर
आधे उधर हैं और आधे इधर
उनकी नज़र का इशारा मिला
कुछ अपने जुनूँ का सहारा मिला
उनकी नज़र का इशारा मिला
कुछ अपने जुनूँ का सहारा मिला
कहते हुए ये मियाँ मजनूँ चले
हो, कहते हुए ये मियाँ मजनूँ चले
कि जब से मिली है नज़र से नज़र
ये हसरत-ए-दिल है ना जाने किधर
उनको ख़बर है, ना हमको ख़बर
ये हसरत-ए-दिल है ना जाने किधर
ये हसरत-ए-दिल है ना जाने किधर
उनको ख़बर है, ना हमको ख़बर
ये हसरत-ए-दिल है ना जाने किधर
आधे उधर हैं और आधे इधर
ज़ुल्फ़ों की गलियों में खोए कभी
हैं पलकों की छाँव में सोए कभी
ज़ुल्फ़ों की गलियों में खोए कभी
हैं पलकों की छाँव में सोए कभी
ढूँढें तो ढूँढें दिल को कहाँ?
हो, ढूँढें तो ढूँढें दिल को कहाँ?
कि ऐसी लगी है किसी की नज़र
ये हसरत-ए-दिल है ना जाने किधर
आधे उधर हैं और आधे इधर
उनकी नज़र का इशारा मिला
कुछ अपने जुनूँ का सहारा मिला
उनकी नज़र का इशारा मिला
कुछ अपने जुनूँ का सहारा मिला
कहते हुए ये मियाँ मजनूँ चले
हो, कहते हुए ये मियाँ मजनूँ चले
कि जब से मिली है नज़र से नज़र
ये हसरत-ए-दिल है ना जाने किधर
उनको ख़बर है, ना हमको ख़बर
ये हसरत-ए-दिल है ना जाने किधर
Writer(s): Prem Dhawan Lyrics powered by www.musixmatch.com