Tum Kamsin Ho (Aayee Milan Ki Bela) Songtext
von Mohammed Rafi
Tum Kamsin Ho (Aayee Milan Ki Bela) Songtext
तुम कमसिन हो, नादाँ हो, नाज़ुक हो, भोली हो
तुम कमसिन हो, नादाँ हो, नाज़ुक हो, भोली हो
सोचता हूँ मैं कि तुम्हें प्यार ना करूँ
मैं तुम्हें प्यार ना करूँ
तुम कमसिन हो, नादाँ हो, नाज़ुक हो, भोली हो
सोचता हूँ मैं कि तुम्हें प्यार ना करूँ
मैं तुम्हें प्यार ना करूँ
मदहोश अदा ये अल्हड़पन
बचपन तो अभी रूठा ही नहीं
एहसास है क्या और क्या है तड़प?
इस सोच में दिल डूबा ही नहीं
एहसास है क्या और क्या है तड़प?
इस सोच में दिल डूबा ही नहीं
तुम कमसिन हो, नादाँ हो, नाज़ुक हो, भोली हो
सोचता हूँ मैं कि तुम्हें प्यार ना करूँ
मैं तुम्हें प्यार ना करूँ
तुम आहें भरो और शिकवे करो
ये बात हमें मंज़ूर नहीं
तुम तारे गिनों और नींद उड़े, वो रात हमें मंज़ूर नहीं
तुम तारे गिनों और नींद उड़े, वो रात हमें मंज़ूर नहीं
तुम कमसिन हो, नादाँ हो, नाज़ुक हो, भोली हो
सोचता हूँ मैं कि तुम्हें प्यार ना करूँ
मैं तुम्हें प्यार ना करूँ
तुम कमसिन हो, नादाँ हो, नाज़ुक हो, भोली हो
सोचता हूँ मैं कि तुम्हें प्यार ना करूँ
मैं तुम्हें प्यार ना करूँ
तुम कमसिन हो, नादाँ हो, नाज़ुक हो, भोली हो
सोचता हूँ मैं कि तुम्हें प्यार ना करूँ
मैं तुम्हें प्यार ना करूँ
मदहोश अदा ये अल्हड़पन
बचपन तो अभी रूठा ही नहीं
एहसास है क्या और क्या है तड़प?
इस सोच में दिल डूबा ही नहीं
एहसास है क्या और क्या है तड़प?
इस सोच में दिल डूबा ही नहीं
तुम कमसिन हो, नादाँ हो, नाज़ुक हो, भोली हो
सोचता हूँ मैं कि तुम्हें प्यार ना करूँ
मैं तुम्हें प्यार ना करूँ
तुम आहें भरो और शिकवे करो
ये बात हमें मंज़ूर नहीं
तुम तारे गिनों और नींद उड़े, वो रात हमें मंज़ूर नहीं
तुम तारे गिनों और नींद उड़े, वो रात हमें मंज़ूर नहीं
तुम कमसिन हो, नादाँ हो, नाज़ुक हो, भोली हो
सोचता हूँ मैं कि तुम्हें प्यार ना करूँ
मैं तुम्हें प्यार ना करूँ
Writer(s): Hasrat Jaipuri, Shankar - Jaikishan Lyrics powered by www.musixmatch.com