Teri Aankh Ka Jo Ishaara Songtext
von Mohammed Rafi
Teri Aankh Ka Jo Ishaara Songtext
तेरी आँख का जो इशारा ना होता
तेरी आँख का जो इशारा ना होता
तो बिस्मिल कभी दिल हमारा ना होता
तेरी आँख का जो इशारा ना होता
तो बिस्मिल कभी दिल हमारा ना होता
तेरी आँख का...
अगर फूल तेरी हँसी ना चुराते
तो बेचारे बाग़ों के दिल टूट जाते
अगर फूल तेरी हँसी ना चुराते
तो बेचारे बाग़ों के दिल टूट जाते
चमन की ये महफ़िल ना आबाद होती
चमन की ये महफ़िल ना आबाद होती
बहारों का ऐसा नज़ारा ना होता
तेरी आँख का जो इशारा ना होता
तो बिस्मिल कभी दिल हमारा ना होता
तेरी आँख का...
ना होते अगर गेसुओं के ये साए
कहाँ जाते हम चोट दिल की दबाए
ना होते अगर गेसुओं के ये साए
कहाँ जाते हम चोट दिल की दबाए
मोहब्बत का राही भटकता ही रहता
मोहब्बत का राही भटकता ही रहता
तेरी ज़ुल्फ़ का जो सहारा ना होता
तेरी आँख का जो इशारा ना होता
तो बिस्मिल कभी दिल हमारा ना होता
तेरी आँख का...
तेरा साथ है तो सफ़र है सुहाना
तेरी ही बदौलत हसीं है ज़माना
तेरा साथ है तो सफ़र है सुहाना
तेरी ही बदौलत हसीं है ज़माना
अगर हाथ में तेरा दामन ना आता
अगर हाथ में तेरा दामन ना आता
कहीं भी हमारा गुज़ारा ना होता
तेरी आँख का जो इशारा ना होता
तो बिस्मिल कभी दिल हमारा ना होता
तेरी आँख का...
तेरी आँख का जो इशारा ना होता
तो बिस्मिल कभी दिल हमारा ना होता
तेरी आँख का जो इशारा ना होता
तो बिस्मिल कभी दिल हमारा ना होता
तेरी आँख का...
अगर फूल तेरी हँसी ना चुराते
तो बेचारे बाग़ों के दिल टूट जाते
अगर फूल तेरी हँसी ना चुराते
तो बेचारे बाग़ों के दिल टूट जाते
चमन की ये महफ़िल ना आबाद होती
चमन की ये महफ़िल ना आबाद होती
बहारों का ऐसा नज़ारा ना होता
तेरी आँख का जो इशारा ना होता
तो बिस्मिल कभी दिल हमारा ना होता
तेरी आँख का...
ना होते अगर गेसुओं के ये साए
कहाँ जाते हम चोट दिल की दबाए
ना होते अगर गेसुओं के ये साए
कहाँ जाते हम चोट दिल की दबाए
मोहब्बत का राही भटकता ही रहता
मोहब्बत का राही भटकता ही रहता
तेरी ज़ुल्फ़ का जो सहारा ना होता
तेरी आँख का जो इशारा ना होता
तो बिस्मिल कभी दिल हमारा ना होता
तेरी आँख का...
तेरा साथ है तो सफ़र है सुहाना
तेरी ही बदौलत हसीं है ज़माना
तेरा साथ है तो सफ़र है सुहाना
तेरी ही बदौलत हसीं है ज़माना
अगर हाथ में तेरा दामन ना आता
अगर हाथ में तेरा दामन ना आता
कहीं भी हमारा गुज़ारा ना होता
तेरी आँख का जो इशारा ना होता
तो बिस्मिल कभी दिल हमारा ना होता
तेरी आँख का...
Writer(s): Rajinder Krishan, Ravi Shankar Lyrics powered by www.musixmatch.com