Mile Na Phool To Kanton Se Dosti Songtext
von Mohammed Rafi
Mile Na Phool To Kanton Se Dosti Songtext
मिले ना फूल तो काँटों से दोस्ती कर ली
मिले ना फूल तो काँटों से दोस्ती कर ली
इसी तरह से बसर...
इसी तरह से बसर हमने ज़िंदगी कर ली
मिले ना फूल...
अब आगे जो भी हो अंजाम, देखा जाएगा
अब आगे जो भी हो अंजाम, देखा जाएगा
ख़ुदा तराश लिया...
ख़ुदा तराश लिया और बंदगी कर ली
मिले ना फूल तो काँटों से दोस्ती कर ली
नज़र मिली भी ना थी और उनको देख लिया
नज़र मिली भी ना थी और उनको देख लिया
ज़ुबाँ खुली भी ना थी...
ज़ुबाँ खुली भी ना थी और बात भी कर ली
मिले ना फूल...
वो जिनको प्यार है चाँदी से, इश्क़ सोने से
वो जिनको प्यार है चाँदी से, इश्क़ सोने से
वो ही कहेंगे कभी...
वो ही कहेंगे कभी हमने ख़ुदखुशी कर ली
मिले ना फूल तो काँटों से दोस्ती कर ली
इसी तरह से बसर हमने ज़िंदगी कर ली
मिले ना फूल...
मिले ना फूल तो काँटों से दोस्ती कर ली
इसी तरह से बसर...
इसी तरह से बसर हमने ज़िंदगी कर ली
मिले ना फूल...
अब आगे जो भी हो अंजाम, देखा जाएगा
अब आगे जो भी हो अंजाम, देखा जाएगा
ख़ुदा तराश लिया...
ख़ुदा तराश लिया और बंदगी कर ली
मिले ना फूल तो काँटों से दोस्ती कर ली
नज़र मिली भी ना थी और उनको देख लिया
नज़र मिली भी ना थी और उनको देख लिया
ज़ुबाँ खुली भी ना थी...
ज़ुबाँ खुली भी ना थी और बात भी कर ली
मिले ना फूल...
वो जिनको प्यार है चाँदी से, इश्क़ सोने से
वो जिनको प्यार है चाँदी से, इश्क़ सोने से
वो ही कहेंगे कभी...
वो ही कहेंगे कभी हमने ख़ुदखुशी कर ली
मिले ना फूल तो काँटों से दोस्ती कर ली
इसी तरह से बसर हमने ज़िंदगी कर ली
मिले ना फूल...
Writer(s): Roshan, Kaifi Azmi Lyrics powered by www.musixmatch.com