Meri Aawaz Suno Songtext
von Mohammed Rafi
Meri Aawaz Suno Songtext
मेरी आवाज़ सुनो, प्यार का राज़ सुनो
मेरी आवाज़ सुनो
मैंने एक फूल जो सीने पे सजा रखा था
उस के परदे में तुम्हें दिल से लगा रखा था
था जुदा सब से, मेरे इश्क़ का अंदाज सुनो
मेरी आवाज़ सुनो, मेरी आवाज़ सुनो
ज़िंदगी-भर मुझे नफ़रत सी रही अश्कों से
मेरे ख़ाबों को तुम अश्कों में डुबोते क्यूँ हो?
जो मेरी तरह जिया करते हैं, कब मरते हैं?
थक गया हूँ मुझे सो लेने दो, रोते क्यूँ हो?
सो के भी जागते ही रहते हैं, जाँ-बाज़ सुनो
मेरी आवाज़ सुनो, मेरी आवाज़ सुनो
मेरी दुनियाँ में ना पूरब है, ना पश्चिम कोई
सारे इंसान सिमट आए खुली बाँहों में
कल भटकता था मैं जिन राहों में तन्हा-तन्हा
क़ाफ़िले कितने मिले आज उन्हीं राहों में
और सब निकले मेरे हमदम, हमराज़ सुनो
मेरी आवाज़ सुनो, मेरी आवाज़ सुनो
नौनिहाल आते हैं, अरथी को किनारे कर लो
मैं जहाँ था इन्हें जाना है वहाँ से आगे
आसमाँ इन का, ज़मीं इन की, ज़माना इन का
है कई इन के जहाँ मेरे जहाँ से आगे
इन्हें कलियाँ ना कहो, हैं ये चमन, साज़ सुनो
मेरी आवाज़ सुनो, मेरी आवाज़ सुनो
क्यूँ सँवारी है ये चंदन की चिता मेरे लिए?
क्यूँ सँवारी है ये चंदन की चिता मेरे लिए?
मैं कोई जिस्म नहीं हूँ के जलाओगे मुझे
राख के साथ बिखर जाऊँगा मैं दुनियाँ में
तुम जहाँ खाओगे ठोकर वहीं पाओगे मुझे
हर क़दम पर है नए मोड़ का आगाज़ सुनो
मेरी आवाज़ सुनो, प्यार का राज़ सुनो
मैंने इक फूल जो सीने पे सजा रखा था
उस के परदे में तुम्हें दिल से लगा रखा था
था जुदा सब से, मेरे इश्क़ का अंदाज सुनो
मेरी आवाज़ सुनो, प्यार का राज़ सुनो
मेरी आवाज़ सुनो
मेरी आवाज़ सुनो
मैंने एक फूल जो सीने पे सजा रखा था
उस के परदे में तुम्हें दिल से लगा रखा था
था जुदा सब से, मेरे इश्क़ का अंदाज सुनो
मेरी आवाज़ सुनो, मेरी आवाज़ सुनो
ज़िंदगी-भर मुझे नफ़रत सी रही अश्कों से
मेरे ख़ाबों को तुम अश्कों में डुबोते क्यूँ हो?
जो मेरी तरह जिया करते हैं, कब मरते हैं?
थक गया हूँ मुझे सो लेने दो, रोते क्यूँ हो?
सो के भी जागते ही रहते हैं, जाँ-बाज़ सुनो
मेरी आवाज़ सुनो, मेरी आवाज़ सुनो
मेरी दुनियाँ में ना पूरब है, ना पश्चिम कोई
सारे इंसान सिमट आए खुली बाँहों में
कल भटकता था मैं जिन राहों में तन्हा-तन्हा
क़ाफ़िले कितने मिले आज उन्हीं राहों में
और सब निकले मेरे हमदम, हमराज़ सुनो
मेरी आवाज़ सुनो, मेरी आवाज़ सुनो
नौनिहाल आते हैं, अरथी को किनारे कर लो
मैं जहाँ था इन्हें जाना है वहाँ से आगे
आसमाँ इन का, ज़मीं इन की, ज़माना इन का
है कई इन के जहाँ मेरे जहाँ से आगे
इन्हें कलियाँ ना कहो, हैं ये चमन, साज़ सुनो
मेरी आवाज़ सुनो, मेरी आवाज़ सुनो
क्यूँ सँवारी है ये चंदन की चिता मेरे लिए?
क्यूँ सँवारी है ये चंदन की चिता मेरे लिए?
मैं कोई जिस्म नहीं हूँ के जलाओगे मुझे
राख के साथ बिखर जाऊँगा मैं दुनियाँ में
तुम जहाँ खाओगे ठोकर वहीं पाओगे मुझे
हर क़दम पर है नए मोड़ का आगाज़ सुनो
मेरी आवाज़ सुनो, प्यार का राज़ सुनो
मैंने इक फूल जो सीने पे सजा रखा था
उस के परदे में तुम्हें दिल से लगा रखा था
था जुदा सब से, मेरे इश्क़ का अंदाज सुनो
मेरी आवाज़ सुनो, प्यार का राज़ सुनो
मेरी आवाज़ सुनो
Writer(s): Madan Mohan, Kaifi Azmi Lyrics powered by www.musixmatch.com