Mehbooba Dilwalon Ki Songtext
von Mohammed Rafi
Mehbooba Dilwalon Ki Songtext
महबूबा दिलवालों की, शहज़ादी मेरे ख़्वाबों की
आशिक़ हूँ मर जाऊँगा, ज़ालिम रुक जा ज़रा
महबूबा दिलवालों की, ओ, शहज़ादी मेरे ख़्वाबों की
आशिक़ हूँ मर जाऊँगा, ज़ालिम रुक जा ज़रा
चूम रहे हैं गेसू तेरे फूल से गालों को
तू ही बता दे कैसे रोकूँ अपने ख़यालों को?
चूम रहे हैं गेसू तेरे फूल से गालों को
तू ही बता दे कैसे रोकूँ अपने ख़यालों को?
हाल-ए-दिल ज़रा सुनती जा, पल-दो-पल गले मिलती जा
आशिक़ हूँ मर जाऊँगा, ज़ालिम रुक जा ज़रा, हाए
ओ, महबूबा दिलवालों की, शहज़ादी मेरे ख़्वाबों की
आशिक़ हूँ मर जाऊँगा, ज़ालिम रुक जा ज़रा
मैं तेरे पीछे चलता रहूँगा प्यार की राहों में
तुझको एक दिन आना पड़ेगा मेरी बाँहों में
मैं तेरे पीछे चलता रहूँगा प्यार की राहों में
तुझको एक दिन आना पड़ेगा मेरी बाँहों में
ओ, जान-ए-मन, दीवानी ना बन, इतनी तू बेगानी ना बन
आशिक़ हूँ मर जाऊँगा, ज़ालिम रुक जा ज़रा
ओ, महबूबा दिलवालों की, ओ, शहज़ादी मेरे ख़्वाबों की
आशिक़ हूँ मर जाऊँगा, ज़ालिम रुक जा ज़रा
नज़रें बदले के जब तू मेरा दिल तोड़ने लगती है
मेरे लहू में प्यार की गर्मी दौड़ने लगती है
नज़रें बदले के जब तू मेरा दिल तोड़ने लगती है
मेरे लहू में प्यार की गर्मी दौड़ने लगती है
दुनिया की मुझे क्या परवाह, कुछ भी हो, अब सोच लिया
आशिक़ हूँ मर जाऊँगा, ज़ालिम रुक जा ज़रा
ओ, महबूबा दिलवालों की, ओ, शहज़ादी मेरे ख़्वाबों की
आशिक़ हूँ मर जाऊँगा, ज़ालिम रुक जा ज़रा
आशिक़ हूँ मर जाऊँगा, ज़ालिम रुक जा ज़रा
महबूबा दिलवालों की, ओ, शहज़ादी मेरे ख़्वाबों की
आशिक़ हूँ मर जाऊँगा, ज़ालिम रुक जा ज़रा
चूम रहे हैं गेसू तेरे फूल से गालों को
तू ही बता दे कैसे रोकूँ अपने ख़यालों को?
चूम रहे हैं गेसू तेरे फूल से गालों को
तू ही बता दे कैसे रोकूँ अपने ख़यालों को?
हाल-ए-दिल ज़रा सुनती जा, पल-दो-पल गले मिलती जा
आशिक़ हूँ मर जाऊँगा, ज़ालिम रुक जा ज़रा, हाए
ओ, महबूबा दिलवालों की, शहज़ादी मेरे ख़्वाबों की
आशिक़ हूँ मर जाऊँगा, ज़ालिम रुक जा ज़रा
मैं तेरे पीछे चलता रहूँगा प्यार की राहों में
तुझको एक दिन आना पड़ेगा मेरी बाँहों में
मैं तेरे पीछे चलता रहूँगा प्यार की राहों में
तुझको एक दिन आना पड़ेगा मेरी बाँहों में
ओ, जान-ए-मन, दीवानी ना बन, इतनी तू बेगानी ना बन
आशिक़ हूँ मर जाऊँगा, ज़ालिम रुक जा ज़रा
ओ, महबूबा दिलवालों की, ओ, शहज़ादी मेरे ख़्वाबों की
आशिक़ हूँ मर जाऊँगा, ज़ालिम रुक जा ज़रा
नज़रें बदले के जब तू मेरा दिल तोड़ने लगती है
मेरे लहू में प्यार की गर्मी दौड़ने लगती है
नज़रें बदले के जब तू मेरा दिल तोड़ने लगती है
मेरे लहू में प्यार की गर्मी दौड़ने लगती है
दुनिया की मुझे क्या परवाह, कुछ भी हो, अब सोच लिया
आशिक़ हूँ मर जाऊँगा, ज़ालिम रुक जा ज़रा
ओ, महबूबा दिलवालों की, ओ, शहज़ादी मेरे ख़्वाबों की
आशिक़ हूँ मर जाऊँगा, ज़ालिम रुक जा ज़रा
Writer(s): Usha Khanna, Asad Bhopali Lyrics powered by www.musixmatch.com