Main Tooti Hui Ek Naiyya Hun Songtext
von Mohammed Rafi
Main Tooti Hui Ek Naiyya Hun Songtext
मैं टूटी हुई एक नय्या हूँ
मुझे चाहे जिधर ले जाओ
मैं टूटी हुई एक नय्या हूँ
मुझे चाहे जिधर ले जाओ
जी चाहे डुबो दो मौजों में
या साहिल पे ले जाओ
मैं टूटी हुई एक नय्या हूँ
मुझे चाहे जिधर ले जाओ
एक तुम ही सहारा हो मेरा
जीवन की अँधेरी रातों में
दुनिया की खुशी, तक़दीर का ग़म
सब कुछ है तुम्हारे हाथों में
अब चाहे इधर ले जाओ मुझे
या चाहे उधर ले जाओ
मैं टूटी हुई एक नय्या हूँ
मुझे चाहे जिधर ले जाओ
मायूस नज़र, मजबूर क़दम
उजड़ा हुआ आलम है दिल का
जीना भी ये कोई जीना है
मुँह देख सकूँ ना मंज़िल का
बीते हुए दिन मिल जाएँ जहाँ
मुझे ऐसी डगर ले जाओ
हो, मुझे ऐसी डगर ले जाओ
मैं टूटी हुई एक नय्या हूँ
मुझे चाहे जिधर ले जाओ
आँसू ना बहाओ मेरे लिए
ग़म मुझको अकेले सहने दो
टूटे ना तुम्हारा नाज़ुक दिल
ये दर्द मुझी तक रहने दो
अब छोड़ दो मुझको राहों में
या दूर नगर ले जाओ
या दूर नगर ले जाओ
मैं टूटी हुई एक नय्या हूँ
मुझे चाहे जिधर ले जाओ
मुझे चाहे जिधर ले जाओ
मैं टूटी हुई एक नय्या हूँ
मुझे चाहे जिधर ले जाओ
जी चाहे डुबो दो मौजों में
या साहिल पे ले जाओ
मैं टूटी हुई एक नय्या हूँ
मुझे चाहे जिधर ले जाओ
एक तुम ही सहारा हो मेरा
जीवन की अँधेरी रातों में
दुनिया की खुशी, तक़दीर का ग़म
सब कुछ है तुम्हारे हाथों में
अब चाहे इधर ले जाओ मुझे
या चाहे उधर ले जाओ
मैं टूटी हुई एक नय्या हूँ
मुझे चाहे जिधर ले जाओ
मायूस नज़र, मजबूर क़दम
उजड़ा हुआ आलम है दिल का
जीना भी ये कोई जीना है
मुँह देख सकूँ ना मंज़िल का
बीते हुए दिन मिल जाएँ जहाँ
मुझे ऐसी डगर ले जाओ
हो, मुझे ऐसी डगर ले जाओ
मैं टूटी हुई एक नय्या हूँ
मुझे चाहे जिधर ले जाओ
आँसू ना बहाओ मेरे लिए
ग़म मुझको अकेले सहने दो
टूटे ना तुम्हारा नाज़ुक दिल
ये दर्द मुझी तक रहने दो
अब छोड़ दो मुझको राहों में
या दूर नगर ले जाओ
या दूर नगर ले जाओ
मैं टूटी हुई एक नय्या हूँ
मुझे चाहे जिधर ले जाओ
Writer(s): Shakeel Badayuni, Naushad Lyrics powered by www.musixmatch.com