Madhosh Hawa Matwali Fiza Songtext
von Mohammed Rafi
Madhosh Hawa Matwali Fiza Songtext
मदहोश हवा, मतवाली फ़िज़ा
संसार सुहाना लगता है
मदहोश हवा, मतवाली फ़िज़ा
संसार सुहाना लगता है
कर लेना किसी से प्यार कहीं
दिल अपना दीवाना लगता है
मदहोश हवा, मतवाली फ़िज़ा
संसार सुहाना लगता है
राही हूँ नया, अंजान डगर, प्यारा है बड़ा जीवन का सफ़र
राही हूँ नया, अंजान डगर, प्यारा है बड़ा जीवन का सफ़र
निकला हूँ मैं अपनी मस्ती में
मालूम नहीं मंज़िल है किधर
ये बढ़ते हुए बेचैन कदम
पाएँगे ठिकाना लगता है
कर लेना किसी से प्यार कहीं
दिल अपना दीवाना लगता है
मदहोश हवा, मतवाली फ़िज़ा
संसार सुहाना लगता है
होंठों पे हँसी, आँखों में नमी, किस बात की है दुनिया में कमी?
होंठों पे हँसी, आँखों में नमी, किस बात की है दुनिया में कमी?
जीना भी वही, मरना भी वही
तक़दीर सभी को एक मिली
मैं जिसकी कहानी दिल से सुनूँ
अपना ही फ़साना लगता है
कर लेना किसी से प्यार कहीं
दिल अपना दीवाना लगता है
मदहोश हवा, मतवाली फ़िज़ा
संसार सुहाना लगता है
कर लेना किसी से प्यार कहीं
दिल अपना दीवाना लगता है
मदहोश हवा, मतवाली फ़ज़ा
संसार सुहाना लगता है
कर लेना किसी से प्यार कहीं
दिल अपना दीवाना लगता है
मदहोश हवा, मतवाली फ़िज़ा
संसार सुहाना लगता है
पल भर को ना हम आराम करें, दो हाथ हज़ारों काम करें
पल भर को ना हम आराम करें, दो हाथ हज़ारों काम करें
क़िस्मत की शिकायत क्या करना
भगवान को क्यूँ बदनाम करें?
इक रोज़ हमारे हाथों से
बदले का ज़माना लगता है
कर लेना किसी से प्यार कहीं
दिल अपना दीवाना लगता है
मदहोश हवा, मतवाली फ़िज़ा
संसार सुहाना लगता है
जो आग तुम्हारे दिल में लगे, उस आग में मेरा दिल भी जले, हा-हा
जो आग तुम्हारे दिल में लगे, उस आग में मेरा दिल भी जले
धनवान हो या निर्धन हो कोई
दाता की नज़र में एक हुए
इंसान से रिश्ता इंसाँ का
इस जग में पुराना लगता है
कर लेना किसी से प्यार कहीं
दिल अपना दीवाना लगता है
कर लेना किसी से प्यार कहीं
दिल अपना दीवाना लगता है
मदहोश हवा, मतवाली फ़िज़ा
संसार सुहाना लगता है
नज़रें हैं कहीं, ज़ुल्फ़ें हैं कहीं, हर बात जवाँ, हर बात हसीं
नज़रें हैं कहीं, ज़ुल्फ़ें हैं कहीं, हर बात जवाँ, हर बात हसीं
मिटता है मेरा दिल मिट जाए
तो अपनी अदाएँ रोक नहीं
अंदाज़-ए-जवानी क्या कहिए
ठोकर में ज़माना लगता है
कर लेना किसी से प्यार कहीं
दिल अपना दीवाना लगता है
मदहोश हवा, मतवाली फ़िज़ा
संसार सुहाना लगता है
तुम अपनी नज़र की बेचैनी समझोगे नहीं, कमसिन हो अभी
तुम अपनी नज़र की बेचैनी समझोगे नहीं, कमसिन हो अभी
आता है मज़ा अब जीने में
बढ़ी जाए हमारे दिल की लगी
देखा जो तुम्हें तो याद आया
ये दर्द पुराना लगता है
कर लेना किसी से प्यार कहीं
दिल अपना दीवाना लगता है
संसार सुहाना लगता है
मदहोश हवा, मतवाली फ़िज़ा
संसार सुहाना लगता है
कर लेना किसी से प्यार कहीं
दिल अपना दीवाना लगता है
मदहोश हवा, मतवाली फ़िज़ा
संसार सुहाना लगता है
राही हूँ नया, अंजान डगर, प्यारा है बड़ा जीवन का सफ़र
राही हूँ नया, अंजान डगर, प्यारा है बड़ा जीवन का सफ़र
निकला हूँ मैं अपनी मस्ती में
मालूम नहीं मंज़िल है किधर
ये बढ़ते हुए बेचैन कदम
पाएँगे ठिकाना लगता है
कर लेना किसी से प्यार कहीं
दिल अपना दीवाना लगता है
मदहोश हवा, मतवाली फ़िज़ा
संसार सुहाना लगता है
होंठों पे हँसी, आँखों में नमी, किस बात की है दुनिया में कमी?
होंठों पे हँसी, आँखों में नमी, किस बात की है दुनिया में कमी?
जीना भी वही, मरना भी वही
तक़दीर सभी को एक मिली
मैं जिसकी कहानी दिल से सुनूँ
अपना ही फ़साना लगता है
कर लेना किसी से प्यार कहीं
दिल अपना दीवाना लगता है
मदहोश हवा, मतवाली फ़िज़ा
संसार सुहाना लगता है
कर लेना किसी से प्यार कहीं
दिल अपना दीवाना लगता है
मदहोश हवा, मतवाली फ़ज़ा
संसार सुहाना लगता है
कर लेना किसी से प्यार कहीं
दिल अपना दीवाना लगता है
मदहोश हवा, मतवाली फ़िज़ा
संसार सुहाना लगता है
पल भर को ना हम आराम करें, दो हाथ हज़ारों काम करें
पल भर को ना हम आराम करें, दो हाथ हज़ारों काम करें
क़िस्मत की शिकायत क्या करना
भगवान को क्यूँ बदनाम करें?
इक रोज़ हमारे हाथों से
बदले का ज़माना लगता है
कर लेना किसी से प्यार कहीं
दिल अपना दीवाना लगता है
मदहोश हवा, मतवाली फ़िज़ा
संसार सुहाना लगता है
जो आग तुम्हारे दिल में लगे, उस आग में मेरा दिल भी जले, हा-हा
जो आग तुम्हारे दिल में लगे, उस आग में मेरा दिल भी जले
धनवान हो या निर्धन हो कोई
दाता की नज़र में एक हुए
इंसान से रिश्ता इंसाँ का
इस जग में पुराना लगता है
कर लेना किसी से प्यार कहीं
दिल अपना दीवाना लगता है
कर लेना किसी से प्यार कहीं
दिल अपना दीवाना लगता है
मदहोश हवा, मतवाली फ़िज़ा
संसार सुहाना लगता है
नज़रें हैं कहीं, ज़ुल्फ़ें हैं कहीं, हर बात जवाँ, हर बात हसीं
नज़रें हैं कहीं, ज़ुल्फ़ें हैं कहीं, हर बात जवाँ, हर बात हसीं
मिटता है मेरा दिल मिट जाए
तो अपनी अदाएँ रोक नहीं
अंदाज़-ए-जवानी क्या कहिए
ठोकर में ज़माना लगता है
कर लेना किसी से प्यार कहीं
दिल अपना दीवाना लगता है
मदहोश हवा, मतवाली फ़िज़ा
संसार सुहाना लगता है
तुम अपनी नज़र की बेचैनी समझोगे नहीं, कमसिन हो अभी
तुम अपनी नज़र की बेचैनी समझोगे नहीं, कमसिन हो अभी
आता है मज़ा अब जीने में
बढ़ी जाए हमारे दिल की लगी
देखा जो तुम्हें तो याद आया
ये दर्द पुराना लगता है
कर लेना किसी से प्यार कहीं
दिल अपना दीवाना लगता है
Writer(s): Jaikshan Shankar, Faruk Kaiser Lyrics powered by www.musixmatch.com