Jane Kahan Dekha Hai Songtext
von Mohammed Rafi
Jane Kahan Dekha Hai Songtext
जाने कहाँ देखा है, कहाँ देखा है तुम्हें?
जाने कहाँ देखा है, कहाँ देखा है तुम्हें?
जागी-जागी अखियों के सपनों में
जाने कहाँ देखा है, कहाँ देखा है तुम्हें?
जमुना किनारे...
जमुना किनारे कभी भीगी-भीगी चोली में
साँवरे के संग कभी...
साँवरे के संग कभी गोपियों की टोली में
कहाँ-कहाँ पूछा है
कहाँ-कहाँ ढूँढा है, कहाँ देखा है तुम्हें?
जागी-जागी अखियों के सपनों में
जाने कहाँ देखा है, कहाँ देखा है तुम्हें?
रावी के किनारे जहाँ
हीर की सहेलियाँ
पूछती हैं राँझे वाली
प्यार की पहेलियाँ
कहाँ-कहाँ पूछा है
कहाँ-कहाँ ढूँढा है, कहाँ देखा है तुम्हें?
जागी-जागी अखियों के सपनों में
जाने कहाँ देखा है, कहाँ देखा है तुम्हें?
नील के किनारे...
नील के किनारे कभी शाम के उजाले में
ज़ुलेख़ा पुकारा...
ज़ुलेख़ा पुकारा है तुम को ख़यालों में
कहाँ-कहाँ पूछा है
कहाँ-कहाँ ढूँढा है, कहाँ देखा है तुम्हें?
जागी-जागी अखियों के सपनों में
जाने कहाँ देखा है, कहाँ देखा है तुम्हें?
जागी-जागी अखियों के सपनों में
जाने कहाँ देखा है, कहाँ देखा है तुम्हें?
जाने कहाँ देखा है, कहाँ देखा है तुम्हें?
जागी-जागी अखियों के सपनों में
जाने कहाँ देखा है, कहाँ देखा है तुम्हें?
जमुना किनारे...
जमुना किनारे कभी भीगी-भीगी चोली में
साँवरे के संग कभी...
साँवरे के संग कभी गोपियों की टोली में
कहाँ-कहाँ पूछा है
कहाँ-कहाँ ढूँढा है, कहाँ देखा है तुम्हें?
जागी-जागी अखियों के सपनों में
जाने कहाँ देखा है, कहाँ देखा है तुम्हें?
रावी के किनारे जहाँ
हीर की सहेलियाँ
पूछती हैं राँझे वाली
प्यार की पहेलियाँ
कहाँ-कहाँ पूछा है
कहाँ-कहाँ ढूँढा है, कहाँ देखा है तुम्हें?
जागी-जागी अखियों के सपनों में
जाने कहाँ देखा है, कहाँ देखा है तुम्हें?
नील के किनारे...
नील के किनारे कभी शाम के उजाले में
ज़ुलेख़ा पुकारा...
ज़ुलेख़ा पुकारा है तुम को ख़यालों में
कहाँ-कहाँ पूछा है
कहाँ-कहाँ ढूँढा है, कहाँ देखा है तुम्हें?
जागी-जागी अखियों के सपनों में
जाने कहाँ देखा है, कहाँ देखा है तुम्हें?
जागी-जागी अखियों के सपनों में
जाने कहाँ देखा है, कहाँ देखा है तुम्हें?
Writer(s): Gulzar, Hemant Kumar Lyrics powered by www.musixmatch.com