Jab Dekh Liya Songtext
von Mohammed Rafi
Jab Dekh Liya Songtext
जब देख लिया तो छुपेंगे कहाँ?
उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
जब देख लिया तो छुपेंगे कहाँ?
उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
जो हम पे उठी पल-भर के लिए
जो हम पे उठी पल-भर के लिए
वो आँख है अब इन आँखों में
जो ज़ुल्फ़ हवा से भी ना खुली
वो ज़ुल्फ़ खुली इन साँसों में
हैं दिल पे...
हैं दिल पे उन्हीं क़दमों के निशाँ
उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
अब चैन कहाँ, ऐ दिल, जब तक
अब चैन कहाँ, ऐ दिल, जब तक
वो दामन अपने हाथ नहीं
अरमान है ये जीते-जी का
कोई पल दो पल की बात नहीं
अब हम हैं...
अब हम हैं और ये दोनों जहाँ
उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
जब देख लिया तो छुपेंगे कहाँ?
उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
ओ, उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
जब देख लिया तो छुपेंगे कहाँ?
उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
जो हम पे उठी पल-भर के लिए
जो हम पे उठी पल-भर के लिए
वो आँख है अब इन आँखों में
जो ज़ुल्फ़ हवा से भी ना खुली
वो ज़ुल्फ़ खुली इन साँसों में
हैं दिल पे...
हैं दिल पे उन्हीं क़दमों के निशाँ
उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
अब चैन कहाँ, ऐ दिल, जब तक
अब चैन कहाँ, ऐ दिल, जब तक
वो दामन अपने हाथ नहीं
अरमान है ये जीते-जी का
कोई पल दो पल की बात नहीं
अब हम हैं...
अब हम हैं और ये दोनों जहाँ
उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
जब देख लिया तो छुपेंगे कहाँ?
उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
ओ, उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
उन्हें ढूँढ ही लेंगे कहीं ना कहीं
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Madan Mohan Lyrics powered by www.musixmatch.com