Haseen Ho Tum Khuda Nahin Ho Songtext
von Mohammed Rafi
Haseen Ho Tum Khuda Nahin Ho Songtext
हसीन हो तुम, ख़ुदा नहीं हो
तुम्हारा सजदा नहीं करेंगे
मगर मोहब्बत में हुक्म दोगे
तो हँसते-हँसते ये जाँ भी देंगे
हसीन हो तुम, ख़ुदा नहीं हो
तुम्हारा सजदा नहीं करेंगे
मगर मोहब्बत में हुक्म दोगे
तो हँसते-हँसते ये जाँ भी देंगे
हसीन हो तुम, ख़ुदा नहीं हो...
समझते हो ख़ुद को जाने क्या तुम
कि सारी दुनिया को ख़ाक जाना
समझते हो ख़ुद को जाने क्या तुम
कि सारी दुनिया को ख़ाक जाना
ग़ुरूर का सर झुकेगा एक दिन
हँसेगा तुम पर भी ये ज़माना
हमेशा ये सिन नहीं रहेगा
हमेशा ये दिन नहीं रहेंगे
हसीन हो तुम, ख़ुदा नहीं हो...
हमारी नज़रों का शुकर कीजे
कि आसमाँ पर तुम्हें बिठाया
हमारी नज़रों का शुकर कीजे
कि आसमाँ पर तुम्हें बिठाया
हमारे दिल को दुआएँ दीजे
कि धड़कनों में तुम्हें बसाया
बुलंदियों से गिरोगे तुम भी
अगर निगाहों से हम गिरेंगे
हसीन हो तुम, ख़ुदा नहीं हो...
हमारे जैसे अगर हैं लाखों
तुम्हारे जैसे भी कम नहीं हैं
हमारे जैसे अगर हैं लाखों
तुम्हारे जैसे भी कम नहीं हैं
जो ख़ुद ही पत्थर से फोड़ ले सर
वो और होंगे, वो हम नहीं हैं
नहीं मोहब्बत में मर सके जो
भला वो जी कर ही क्या करेंगे?
हसीन हो तुम, ख़ुदा नहीं हो
तुम्हारा सजदा नहीं करेंगे
हसीन हो तुम, ख़ुदा नहीं हो...
तुम्हारा सजदा नहीं करेंगे
मगर मोहब्बत में हुक्म दोगे
तो हँसते-हँसते ये जाँ भी देंगे
हसीन हो तुम, ख़ुदा नहीं हो
तुम्हारा सजदा नहीं करेंगे
मगर मोहब्बत में हुक्म दोगे
तो हँसते-हँसते ये जाँ भी देंगे
हसीन हो तुम, ख़ुदा नहीं हो...
समझते हो ख़ुद को जाने क्या तुम
कि सारी दुनिया को ख़ाक जाना
समझते हो ख़ुद को जाने क्या तुम
कि सारी दुनिया को ख़ाक जाना
ग़ुरूर का सर झुकेगा एक दिन
हँसेगा तुम पर भी ये ज़माना
हमेशा ये सिन नहीं रहेगा
हमेशा ये दिन नहीं रहेंगे
हसीन हो तुम, ख़ुदा नहीं हो...
हमारी नज़रों का शुकर कीजे
कि आसमाँ पर तुम्हें बिठाया
हमारी नज़रों का शुकर कीजे
कि आसमाँ पर तुम्हें बिठाया
हमारे दिल को दुआएँ दीजे
कि धड़कनों में तुम्हें बसाया
बुलंदियों से गिरोगे तुम भी
अगर निगाहों से हम गिरेंगे
हसीन हो तुम, ख़ुदा नहीं हो...
हमारे जैसे अगर हैं लाखों
तुम्हारे जैसे भी कम नहीं हैं
हमारे जैसे अगर हैं लाखों
तुम्हारे जैसे भी कम नहीं हैं
जो ख़ुद ही पत्थर से फोड़ ले सर
वो और होंगे, वो हम नहीं हैं
नहीं मोहब्बत में मर सके जो
भला वो जी कर ही क्या करेंगे?
हसीन हो तुम, ख़ुदा नहीं हो
तुम्हारा सजदा नहीं करेंगे
हसीन हो तुम, ख़ुदा नहीं हो...
Writer(s): Shailendra, Jaikshan Shankar Lyrics powered by www.musixmatch.com