Govinda Aala Re Aala Songtext
von Mohammed Rafi
Govinda Aala Re Aala Songtext
गोविंदा आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
गोविंदा आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
अरे एक दो तीन चार
संग पाँच छः सात हैं ग्वाला
अरे एक दो तीन चार
संग पाँच छः सात हैं ग्वाला
गोविंदा आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
आई माखन के
चोरों की सेना
आई माखन के
चोरों की सेना
ज़रा बचके
संभल के जी रहना
ज़रा बचके
संभल के जी रहना
बड़ी नटखट है फ़ौज
कहीं आई जो मौज
बड़ी नटखट है फ़ौज
कहीं आई जो मौज
नहीं बचने का
नहीं बचने का
कोई भी ताला ताला
गोविंदा आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
गोविंदा आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
हो कैसी निकली है
झूम के ये टोली
हो कैसी निकली है
झूम के ये टोली
आज खेलेगी दूध से ये होली
आज खेलेगी दूध से ये होली
भीगे कितना भी अंग
ठंडी हो ना उमंग
भीगे कितना भी अंग
ठंडी हो ना उमंग
पड़े इनसे पड़े इनसे
किसी का न पाला पाला
गोविंदा आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
गोविंदा आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
अरे एक दो तीन चार
संग पाँच छः सात हैं ग्वाला
अरे एक दो तीन चार
संग पाँच छः सात हैं ग्वाला
गोविंदा आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
अरे एक दो तीन चार
संग पाँच छः सात हैं ग्वाला
अरे एक दो तीन चार
संग पाँच छः सात हैं ग्वाला
गोविंदा आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
गोविंदा आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
गोविंदा आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
अरे एक दो तीन चार
संग पाँच छः सात हैं ग्वाला
अरे एक दो तीन चार
संग पाँच छः सात हैं ग्वाला
गोविंदा आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
आई माखन के
चोरों की सेना
आई माखन के
चोरों की सेना
ज़रा बचके
संभल के जी रहना
ज़रा बचके
संभल के जी रहना
बड़ी नटखट है फ़ौज
कहीं आई जो मौज
बड़ी नटखट है फ़ौज
कहीं आई जो मौज
नहीं बचने का
नहीं बचने का
कोई भी ताला ताला
गोविंदा आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
गोविंदा आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
हो कैसी निकली है
झूम के ये टोली
हो कैसी निकली है
झूम के ये टोली
आज खेलेगी दूध से ये होली
आज खेलेगी दूध से ये होली
भीगे कितना भी अंग
ठंडी हो ना उमंग
भीगे कितना भी अंग
ठंडी हो ना उमंग
पड़े इनसे पड़े इनसे
किसी का न पाला पाला
गोविंदा आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
गोविंदा आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
अरे एक दो तीन चार
संग पाँच छः सात हैं ग्वाला
अरे एक दो तीन चार
संग पाँच छः सात हैं ग्वाला
गोविंदा आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
अरे एक दो तीन चार
संग पाँच छः सात हैं ग्वाला
अरे एक दो तीन चार
संग पाँच छः सात हैं ग्वाला
गोविंदा आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
गोविंदा आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
आला रे आला
ज़रा मटकी सम्भाल बृजबाला
आला रे आला
Writer(s): Rajinder Krishan, Anandji V Shah, Kalyanji Virji Shah Lyrics powered by www.musixmatch.com