Doston Mein Koi Baat Chal Jati Songtext
von Mohammed Rafi
Doston Mein Koi Baat Chal Jati Songtext
दिल की गहराइयों तक नज़र जाती है
तीर बनकर जिगर में उतर जाती है
दोस्तों में कोई बात चल जाती है
दोस्तों में कोई बात चल जाती है
दोस्ती दुश्मनी में बदल जाती है
दोस्तों में कोई बात चल जाती है
दोस्तों में कोई बात चल जाती है
दोस्ती दुश्मनी में बदल जाती है
दोस्तों में कोई बात चल जाती है
दोस्तों में कोई बात चल जाती है
राज़-ए-दिल अब छुपाने से क्या फ़ायदा?
राज़-ए-दिल अब छुपाने से क्या फ़ायदा?
इस लगी को बुझाने से क्या फ़ायदा, क्या फ़ायदा?
आग बुझ जाती है, चीज़ जल जाती है
आग बुझ जाती है, चीज़ जल जाती है
दोस्ती दुश्मनी में बदल जाती है
दोस्तों में कोई बात चल जाती है
दोस्तों में कोई बात चल जाती है
क्या हुआ ′गर शिक़ायत का मौक़ा दिया?
क्या हुआ 'गर शिक़ायत का मौक़ा दिया?
सबने अच्छा किया हमको धोका दिया, हमको धोका दिया
ज़िंदगी लड़खड़ाकर संभल जाती है
ज़िंदगी लड़खड़ाकर संभल जाती है
दोस्ती दुश्मनी में बदल जाती है
दोस्तों में कोई बात चल जाती है
दोस्तों में कोई बात चल जाती है
तीर बनकर जिगर में उतर जाती है
दोस्तों में कोई बात चल जाती है
दोस्तों में कोई बात चल जाती है
दोस्ती दुश्मनी में बदल जाती है
दोस्तों में कोई बात चल जाती है
दोस्तों में कोई बात चल जाती है
दोस्ती दुश्मनी में बदल जाती है
दोस्तों में कोई बात चल जाती है
दोस्तों में कोई बात चल जाती है
राज़-ए-दिल अब छुपाने से क्या फ़ायदा?
राज़-ए-दिल अब छुपाने से क्या फ़ायदा?
इस लगी को बुझाने से क्या फ़ायदा, क्या फ़ायदा?
आग बुझ जाती है, चीज़ जल जाती है
आग बुझ जाती है, चीज़ जल जाती है
दोस्ती दुश्मनी में बदल जाती है
दोस्तों में कोई बात चल जाती है
दोस्तों में कोई बात चल जाती है
क्या हुआ ′गर शिक़ायत का मौक़ा दिया?
क्या हुआ 'गर शिक़ायत का मौक़ा दिया?
सबने अच्छा किया हमको धोका दिया, हमको धोका दिया
ज़िंदगी लड़खड़ाकर संभल जाती है
ज़िंदगी लड़खड़ाकर संभल जाती है
दोस्ती दुश्मनी में बदल जाती है
दोस्तों में कोई बात चल जाती है
दोस्तों में कोई बात चल जाती है
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Lakshmikant Lyrics powered by www.musixmatch.com