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Aye Gulbadan (Professor) Songtext
von Mohammed Rafi

Aye Gulbadan (Professor) Songtext

ऐ गुलबदन, ऐ गुलबदन
फूलों की महक, काँटों की चुभन
तुझे देख के कहता है मेरा मन
"कहीं आज किसी से मोहब्बत ना हो जाए
कहीं आज किसी से मोहब्बत ना हो जाए"

ऐ गुलबदन, ऐ गुलबदन
फूलों की महक, काँटों की चुभन
तुझे देख के कहता है मेरा मन
"कहीं आज किसी से मोहब्बत ना हो जाए
कहीं आज किसी से मोहब्बत ना हो जाए"

क्या हसीं मोड़ पर आ गई ज़िंदगानी
के हक़ीक़त ना बन जाए मेरी कहानी
क्या हसीं मोड़ पर आ गई ज़िंदगानी
के हक़ीक़त ना बन जाए मेरी कहानी


जब आहें भरे ये ठंडी पवन
सीने में सुलग उठती है अगन
तुझे देख के कहता है मेरा मन
"कहीं आज किसी से मोहब्बत ना हो जाए
कहीं आज किसी से मोहब्बत ना हो जाए"

मैं तुम्हीं से यूँ आँखें मिलाता चला हूँ
के तुम्हीं को मैं तुमसे चुराता चला हूँ
मैं तुम्हीं से यूँ आँखें मिलाता चला हूँ
के तुम्हीं को मैं तुमसे चुराता चला हूँ

मत पूछ मेरा दीवानापन
आकाश से ऊँची दिल की उड़न
तुझे देख के कहता है मेरा मन
"कहीं आज किसी से मोहब्बत ना हो जाए
कहीं आज किसी से मोहब्बत ना हो जाए"

ऐ गुलबदन, ऐ गुलबदन
फूलों की महक, काँटों की चुभन
तुझे देख के कहता है मेरा मन
कहीं आज किसी से मोहब्बत ना हो जाए
कहीं आज किसी...

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