Ek Ladki Bheegi Bhagisi Songtext
von Kishore Kumar
Ek Ladki Bheegi Bhagisi Songtext
Hmm, एक लड़की भीगी-भागी सी
सोती रातों में जागी सी
मिली एक अजनबी से, कोई आगे, ना पीछे
तुम ही कहो, ये कोई बात है?
Hmm, एक लड़की भीगी-भागी सी
सोती रातों में जागी सी
मिली एक अजनबी से, कोई आगे, ना पीछे
तुम ही कहो, ये कोई बात है? Hmm
दिल ही दिल में जली जाती है
बिगड़ी-बिगड़ी चली आती है
दिल ही दिल में जली जाती है
बिगड़ी-बिगड़ी चली आती है
झुँझलाती हुई, बलखाती हुई
सावन की सूनी रात में
मिली एक अजनबी से, कोई आगे, ना पीछे
तुम ही कहो, ये कोई बात है?
Hmm, एक लड़की भीगी-भागी सी
सोती रातों में जागी सी
मिली एक अजनबी से, कोई आगे, ना पीछे
तुम ही कहो, ये कोई बात है? Hmm
डगमग-डगमग, लहकी-लहकी
भूली-भटकी, बहकी-बहकी
डगमग-डगमग, लहकी-लहकी
भूली-भटकी, बहकी-बहकी
मचली-मचली घर से निकली
पगली सी काली रात में
मिली एक अजनबी से, कोई आगे, ना पीछे
तुम ही कहो, ये कोई बात है?
Hmm, एक लड़की भीगी-भागी सी
सोती रातों में जागी सी
मिली एक अजनबी से, कोई आगे, ना पीछे
तुम ही कहो, ये कोई बात है? Hmm
तन भीगा है, सर गीला है
उसका कोई पेंच भी ढीला है
तन भीगा है, सर गीला है
उसका कोई पेंच भी ढीला है
तनती-झुकती, चलती-रुकती
निकली अँधेरी रात में
मिली एक अजनबी से, कोई आगे, ना पीछे
तुम ही कहो, ये कोई बात है?
Hmm, एक लड़की भीगी-भागी सी
सोती रातों में जागी सी
मिली एक अजनबी से, कोई आगे, ना पीछे
तुम ही कहो, ये कोई बात है?
सोती रातों में जागी सी
मिली एक अजनबी से, कोई आगे, ना पीछे
तुम ही कहो, ये कोई बात है?
Hmm, एक लड़की भीगी-भागी सी
सोती रातों में जागी सी
मिली एक अजनबी से, कोई आगे, ना पीछे
तुम ही कहो, ये कोई बात है? Hmm
दिल ही दिल में जली जाती है
बिगड़ी-बिगड़ी चली आती है
दिल ही दिल में जली जाती है
बिगड़ी-बिगड़ी चली आती है
झुँझलाती हुई, बलखाती हुई
सावन की सूनी रात में
मिली एक अजनबी से, कोई आगे, ना पीछे
तुम ही कहो, ये कोई बात है?
Hmm, एक लड़की भीगी-भागी सी
सोती रातों में जागी सी
मिली एक अजनबी से, कोई आगे, ना पीछे
तुम ही कहो, ये कोई बात है? Hmm
डगमग-डगमग, लहकी-लहकी
भूली-भटकी, बहकी-बहकी
डगमग-डगमग, लहकी-लहकी
भूली-भटकी, बहकी-बहकी
मचली-मचली घर से निकली
पगली सी काली रात में
मिली एक अजनबी से, कोई आगे, ना पीछे
तुम ही कहो, ये कोई बात है?
Hmm, एक लड़की भीगी-भागी सी
सोती रातों में जागी सी
मिली एक अजनबी से, कोई आगे, ना पीछे
तुम ही कहो, ये कोई बात है? Hmm
तन भीगा है, सर गीला है
उसका कोई पेंच भी ढीला है
तन भीगा है, सर गीला है
उसका कोई पेंच भी ढीला है
तनती-झुकती, चलती-रुकती
निकली अँधेरी रात में
मिली एक अजनबी से, कोई आगे, ना पीछे
तुम ही कहो, ये कोई बात है?
Hmm, एक लड़की भीगी-भागी सी
सोती रातों में जागी सी
मिली एक अजनबी से, कोई आगे, ना पीछे
तुम ही कहो, ये कोई बात है?
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, S.d. Burman Lyrics powered by www.musixmatch.com