Jab Haal-E-Dil (Sad) Songtext
von Alka Yagnik
Jab Haal-E-Dil (Sad) Songtext
आहें भरने लगा ये दिल-ए-बेक़रार
तुम से ही ज़िंदगी में सनम, थी बहार
तू चैन मेरा, तू प्यार मेरा, ओ जान-ए-जिगर
मेरे प्यार से क्यूँ ऐ जान-ए-वफ़ा, तू है बेख़बर?
मैं रात और दिन गीत बस तेरे ही गुनगुनाती हूँ
पर देख तेरा दीवानापन मैं सोच में पड़ जाती हूँ
जब हाल-ए-दिल...
जब हाल-ए-दिल तुम से कहने को मैं मिलने आती हूँ
पर देख तेरा दीवानापन मैं सोच में पड़ जाती हूँ
तुम से ही ज़िंदगी में सनम, थी बहार
तू चैन मेरा, तू प्यार मेरा, ओ जान-ए-जिगर
मेरे प्यार से क्यूँ ऐ जान-ए-वफ़ा, तू है बेख़बर?
मैं रात और दिन गीत बस तेरे ही गुनगुनाती हूँ
पर देख तेरा दीवानापन मैं सोच में पड़ जाती हूँ
जब हाल-ए-दिल...
जब हाल-ए-दिल तुम से कहने को मैं मिलने आती हूँ
पर देख तेरा दीवानापन मैं सोच में पड़ जाती हूँ
Writer(s): Surendra Saathi, Nadeem Saifi, Shravan Rathod Lyrics powered by www.musixmatch.com