Bhaage Re Mann Songtext
von Sunidhi Chauhan
Bhaage Re Mann Songtext
बहता है मन कहीं, कहाँ जानती नहीं
बहता है मन कहीं, कहाँ जानती नहीं
कोई रोक ले यहीं
भागे रे मन कहीं आगे रे
मन चला जाने किधर, जानूँ ना
भागे रे मन कहीं आगे रे
मन चला जाने किधर, जानूँ ना
बहता है मन कहीं, कहाँ जानती नहीं
कोई रोक ले यहीं
भागे रे मन कहीं आगे रे
मन चला जाने किधर, जानूँ ना
भागे रे मन कहीं आगे रे
मन चला जाने किधर, जानूँ ना
हाँ, चले ठंडी हवा, हाँ, संग मन भी गया
ढूँढूँ मैं कहाँ उसको? बतलाए कोई मुझको
कि हाँ, हाँ, हाँ रे
भागे रे मन कहीं आगे रे
मन चला जाने किधर, जानूँ ना
भागे रे मन कहीं आगे रे
मन चला जाने किधर, जानूँ ना
बहता है मन कहीं, कहाँ जानती नहीं
कोई रोक ले यहीं
हाँ, हाय, ऐसा समाँ, hmm, फिर होगा कहाँ?
जी लूँ मैं इसे खुल के, सावन में ज़रा घुल के
अरे, सुन, सुन, सुन
भागे रे मन कहीं आगे रे
मन चला जाने किधर, जानूँ ना
भागे रे मन कहीं आगे रे
मन चला जाने किधर, जानूँ ना
बहता है मन कहीं, कहाँ जानती नहीं
कोई रोक ले यहीं
भागे रे मन कहीं आगे रे
मन चला जाने किधर, जानूँ ना
भागे रे मन कहीं आगे रे
मन कहीं आगे, किधर जानूँ ना
बहता है मन कहीं, कहाँ जानती नहीं
कोई रोक ले यहीं
भागे रे मन कहीं आगे रे
मन चला जाने किधर, जानूँ ना
भागे रे मन कहीं आगे रे
मन चला जाने किधर, जानूँ ना
बहता है मन कहीं, कहाँ जानती नहीं
कोई रोक ले यहीं
भागे रे मन कहीं आगे रे
मन चला जाने किधर, जानूँ ना
भागे रे मन कहीं आगे रे
मन चला जाने किधर, जानूँ ना
हाँ, चले ठंडी हवा, हाँ, संग मन भी गया
ढूँढूँ मैं कहाँ उसको? बतलाए कोई मुझको
कि हाँ, हाँ, हाँ रे
भागे रे मन कहीं आगे रे
मन चला जाने किधर, जानूँ ना
भागे रे मन कहीं आगे रे
मन चला जाने किधर, जानूँ ना
बहता है मन कहीं, कहाँ जानती नहीं
कोई रोक ले यहीं
हाँ, हाय, ऐसा समाँ, hmm, फिर होगा कहाँ?
जी लूँ मैं इसे खुल के, सावन में ज़रा घुल के
अरे, सुन, सुन, सुन
भागे रे मन कहीं आगे रे
मन चला जाने किधर, जानूँ ना
भागे रे मन कहीं आगे रे
मन चला जाने किधर, जानूँ ना
बहता है मन कहीं, कहाँ जानती नहीं
कोई रोक ले यहीं
भागे रे मन कहीं आगे रे
मन चला जाने किधर, जानूँ ना
भागे रे मन कहीं आगे रे
मन कहीं आगे, किधर जानूँ ना
Writer(s): Irshad Kamil Lyrics powered by www.musixmatch.com