Jee Ve Sohaneya Songtext
von Nooran Sisters
Jee Ve Sohaneya Songtext
आ.
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
माना की तू अब नहीं मेरा
माना की तू अब नहीं मेरा
कभी था मेरा भी
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
हंसती बस्ती रहे वो राहें
जिनपे चलता तू
मेरी भी गलियों आता जाता कल था तू
आ.
हंसती बस्ती रहे वो राहें
जिनपे चलता तू
मेरी भी गलियों आता जाता कल था तू
आज भी याद है मुझे आहट
आज भी याद है मुझे आहट
तेरे क़दमों की.
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
कभी खबर संदेशा दे दे
क्या है तेरा हाल
रुत परदेसी रखती होगी
शायद तेरा ख्याल
कभी खबर संदेशा दे दे
क्या है तेरा हाल
रुत परदेसी रखती होगी
शायद तेरा ख्याल
यहाँ तेरे बिन पतझड़ सा है
यहाँ तेरे बिन पतझड़ सा है
हर एक मौसम ही.
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
माना की तू अब नहीं मेरा
माना की तू अब नहीं मेरा
कभी था मेरा भी
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
चाहे किसी का होकर जी
चाहे किसी का होकर जी
चाहे किसी का होकर जी
तू चाहे किसी का होकर जी.
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
माना की तू अब नहीं मेरा
माना की तू अब नहीं मेरा
कभी था मेरा भी
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
हंसती बस्ती रहे वो राहें
जिनपे चलता तू
मेरी भी गलियों आता जाता कल था तू
आ.
हंसती बस्ती रहे वो राहें
जिनपे चलता तू
मेरी भी गलियों आता जाता कल था तू
आज भी याद है मुझे आहट
आज भी याद है मुझे आहट
तेरे क़दमों की.
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
कभी खबर संदेशा दे दे
क्या है तेरा हाल
रुत परदेसी रखती होगी
शायद तेरा ख्याल
कभी खबर संदेशा दे दे
क्या है तेरा हाल
रुत परदेसी रखती होगी
शायद तेरा ख्याल
यहाँ तेरे बिन पतझड़ सा है
यहाँ तेरे बिन पतझड़ सा है
हर एक मौसम ही.
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
माना की तू अब नहीं मेरा
माना की तू अब नहीं मेरा
कभी था मेरा भी
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
जी वे सोहणेया जी
चाहे किसी का होकर जी
चाहे किसी का होकर जी
चाहे किसी का होकर जी
चाहे किसी का होकर जी
तू चाहे किसी का होकर जी.
Writer(s): Pritam Chakraborty, Irshad Kamil Lyrics powered by www.musixmatch.com