Chori se Dil Ko Songtext
von Kumar Sanu
Chori se Dil Ko Songtext
चोरी से दिल को चुरा ले कोई, जी चाहता है मेरा
चोरी से दिल को चुरा ले कोई, जी चाहता है मेरा
चुपके से अपना बना ले कोई, जी चाहता है मेरा
नज़रों ने देखा है सपना कोई
लगने लगा हमको अपना कोई
नज़रों ने देखा है सपना कोई
लगने लगा हमको अपना कोई
चोरी से दिल को चुरा ले कोई, जी चाहता है मेरा
कोई धुन मोहब्बत की बजने लगी
वो आए तो महफ़िल ये सजने लगी
कोई धुन मोहब्बत की बजने लगी
वो आए तो महफ़िल ये सजने लगी
सोचा ना था मेरे दिल ने कभी
यूंँ अच्छा लगेगा कोई अजनबी
चेहरे से जुल्फ़े हटा ले कोई, जी चाहता है मेरा
चुपके से अपना बना ले कोई, जी चाहता है मेरा
उठा के वो पलकें झुकाने लगे
कोई बात मुझसे छुपाने लगे
उठा के वो पलकें झुकाने लगे
कोई बात मुझसे छुपाने लगे
उनको ख़बर ही नहीं है कि वो
मेरे दिल पे बिजली गिराने लगे
जी-भर के मुझको सता ले कोई, जी चाहता है मेरा
चुपके से अपना बना ले कोई, जी चाहता है मेरा
नज़रों ने देखा है सपना कोई
लगने लगा हमको अपना कोई
नज़रों ने देखा है सपना कोई
लगने लगा हमको अपना कोई
चोरी से दिल को चुरा ले कोई, जी चाहता है मेरा
चुपके से अपना बना ले कोई, जी चाहता है मेरा
नज़रों ने देखा है सपना कोई
लगने लगा हमको अपना कोई
नज़रों ने देखा है सपना कोई
लगने लगा हमको अपना कोई
चोरी से दिल को चुरा ले कोई, जी चाहता है मेरा
कोई धुन मोहब्बत की बजने लगी
वो आए तो महफ़िल ये सजने लगी
कोई धुन मोहब्बत की बजने लगी
वो आए तो महफ़िल ये सजने लगी
सोचा ना था मेरे दिल ने कभी
यूंँ अच्छा लगेगा कोई अजनबी
चेहरे से जुल्फ़े हटा ले कोई, जी चाहता है मेरा
चुपके से अपना बना ले कोई, जी चाहता है मेरा
उठा के वो पलकें झुकाने लगे
कोई बात मुझसे छुपाने लगे
उठा के वो पलकें झुकाने लगे
कोई बात मुझसे छुपाने लगे
उनको ख़बर ही नहीं है कि वो
मेरे दिल पे बिजली गिराने लगे
जी-भर के मुझको सता ले कोई, जी चाहता है मेरा
चुपके से अपना बना ले कोई, जी चाहता है मेरा
नज़रों ने देखा है सपना कोई
लगने लगा हमको अपना कोई
नज़रों ने देखा है सपना कोई
लगने लगा हमको अपना कोई
Writer(s): Dev Kohli Lyrics powered by www.musixmatch.com