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Zindagi Ai Zindagi Songtext
von Jagjit Singh

Zindagi Ai Zindagi Songtext

जीते रहने की सज़ा दे, ज़िंदगी, ऐ ज़िंदगी
जीते रहने की सज़ा दे, ज़िंदगी, ऐ ज़िंदगी
अब तो मरने की दुआ दे, ज़िंदगी, ऐ ज़िंदगी
जीते रहने की सज़ा दे, ज़िंदगी, ऐ ज़िंदगी

मैं तो अब उकता गया हूँ, क्या यही है क़ायनात?
मैं तो अब उकता गया हूँ, क्या यही है क़ायनात?

बस ये आईना हटा दे, ज़िंदगी, ऐ ज़िंदगी
अब तो मरने की दुआ दे, ज़िंदगी, ऐ ज़िंदगी
जीते रहने की सज़ा दे, ज़िंदगी, ऐ ज़िंदगी


ढूँढने निकला था तुझको और ख़ुद को खो दिया
ढूँढने निकला था तुझको और ख़ुद को खो दिया

तू ही अब मेरा पता दे, ज़िंदगी, ऐ ज़िंदगी

या मुझे एहसास की इस क़ैद से कर दे रिहा
या मुझे एहसास की इस क़ैद से कर दे रिहा

वर्ना दीवाना बना दे, ज़िंदगी, ऐ ज़िंदगी
अब तो मरने की दुआ दे, ज़िंदगी, ऐ ज़िंदगी
जीते रहने की सज़ा दे, ज़िंदगी, ऐ ज़िंदगी

ज़िंदगी, ऐ ज़िंदगी
ज़िंदगी, ऐ ज़िंदगी

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