Bhaye Pragat Kripala (Shri Ramavtar) Songtext
von Jagjit Singh
Bhaye Pragat Kripala (Shri Ramavtar) Songtext
जय जय राम, जय राम
(जय जय राम, जय राम)
(जय जय राम, जय राम)
(जय जय राम, जय राम)
भये प्रगट कृपाला, दीनदयाला
कौशल्या हितकारी
हर्षित महतारी, मुनि मन हारी
अद्भुत रूप विचारी
लोचन अभिरामा, तनु घनश्यामा
निज आयुध भुज चारी
भूषण बल वाला, नैन विशाला
शोभासिंधू खरारी
कह दुई कर जोरी, अस्तुति तोरी
कही बिधि करो अनंता
माया गुण ज्ञानातीत अमाना
वेद पुरान भनंता
करुना सुखसागर, सुब गुण वागर
जेहि गावाहिं श्रुति संता
सो मम हित लागी, जन अनुरागी
भयौ प्रगट श्रीकंता
जय जय राम, जय जय राम
जय जय राम, जय जय राम
ब्रमांड निकाया, निर्मित माया
रोम-रोम प्रति वेद कहे
मुम उर सो बासी, यह उपहासी
सुनत धीर मति थिर न रहे
उपजा जब ज्ञाना, प्रभु मुस्काना...
(जय जय राम, जय राम)
(जय जय राम, जय राम)
(जय जय राम, जय राम)
भये प्रगट कृपाला, दीनदयाला
कौशल्या हितकारी
हर्षित महतारी, मुनि मन हारी
अद्भुत रूप विचारी
लोचन अभिरामा, तनु घनश्यामा
निज आयुध भुज चारी
भूषण बल वाला, नैन विशाला
शोभासिंधू खरारी
कह दुई कर जोरी, अस्तुति तोरी
कही बिधि करो अनंता
माया गुण ज्ञानातीत अमाना
वेद पुरान भनंता
करुना सुखसागर, सुब गुण वागर
जेहि गावाहिं श्रुति संता
सो मम हित लागी, जन अनुरागी
भयौ प्रगट श्रीकंता
जय जय राम, जय जय राम
जय जय राम, जय जय राम
ब्रमांड निकाया, निर्मित माया
रोम-रोम प्रति वेद कहे
मुम उर सो बासी, यह उपहासी
सुनत धीर मति थिर न रहे
उपजा जब ज्ञाना, प्रभु मुस्काना...
Writer(s): Traditional, Lataji-premji Lyrics powered by www.musixmatch.com