Mere Qareeb Na Aao Songtext
von Jagjit Singh
Mere Qareeb Na Aao Songtext
मेरे क़रीब ना आओ कि मैं शराबी हूँ
मेरे क़रीब ना आओ कि मैं शराबी हूँ
मेरा शव जगाओ कि मैं शराबी हूँ
मेरे क़रीब ना आओ कि मैं शराबी हूँ
ज़माने भर की निगाहों से गिर चूका हूँ मैं
ज़माने भर की निगाहों से गिर चुका हूँ मैं
नज़र से तुम ना गिराओ कि मैं शराबी हूँ
नज़र से तुम ना गिराओ कि मैं शराबी हूँ
मेरे क़रीब ना आओ कि मैं शराबी हूँ
ये अर्ज़ करता हूँ गिर के ख़ुलूस वालों से
ये अर्ज़ करता हूँ गिर के ख़ुलूस वालों से
ये अर्ज़ करता हूँ गिर के ख़ुलूस वालों से
उठा सको तो उठाओ कि मैं शराबी हूँ
उठा सको तो उठाओ कि मैं शराबी हूँ
मेरे क़रीब ना आओ कि मैं शराबी हूँ
तुम्हारी आँख से भर लूँ सुरूर आँखों में
तुम्हारी आँख से भर लूँ सुरूर आँखों में
नज़र, नज़र से मिलाओ कि मैं शराबी हूँ
नज़र, नज़र से मिलाओ कि मैं शराबी हूँ
मेरे क़रीब ना आओ कि मैं शराबी हूँ
कि मैं शराबी हूँ
कि मैं शराबी हूँ
कि मैं शराबी हूँ
कि मैं शराबी हूँ
कि मैं शराबी हूँ
मेरे क़रीब ना आओ कि मैं शराबी हूँ
मेरा शव जगाओ कि मैं शराबी हूँ
मेरे क़रीब ना आओ कि मैं शराबी हूँ
ज़माने भर की निगाहों से गिर चूका हूँ मैं
ज़माने भर की निगाहों से गिर चुका हूँ मैं
नज़र से तुम ना गिराओ कि मैं शराबी हूँ
नज़र से तुम ना गिराओ कि मैं शराबी हूँ
मेरे क़रीब ना आओ कि मैं शराबी हूँ
ये अर्ज़ करता हूँ गिर के ख़ुलूस वालों से
ये अर्ज़ करता हूँ गिर के ख़ुलूस वालों से
ये अर्ज़ करता हूँ गिर के ख़ुलूस वालों से
उठा सको तो उठाओ कि मैं शराबी हूँ
उठा सको तो उठाओ कि मैं शराबी हूँ
मेरे क़रीब ना आओ कि मैं शराबी हूँ
तुम्हारी आँख से भर लूँ सुरूर आँखों में
तुम्हारी आँख से भर लूँ सुरूर आँखों में
नज़र, नज़र से मिलाओ कि मैं शराबी हूँ
नज़र, नज़र से मिलाओ कि मैं शराबी हूँ
मेरे क़रीब ना आओ कि मैं शराबी हूँ
कि मैं शराबी हूँ
कि मैं शराबी हूँ
कि मैं शराबी हूँ
कि मैं शराबी हूँ
कि मैं शराबी हूँ
Writer(s): Jagjit Singh, Sabah Sikri Lyrics powered by www.musixmatch.com