Ishq Ki Dastaan Hai Pyare Songtext
von Jagjit Singh
Ishq Ki Dastaan Hai Pyare Songtext
इश्क की दास्तान है प्यारे,
अपनी-अपनी, जुबां है प्यारे
हम ज़माने से इंतकाम तो ले
एक हसीं दरमियान है प्यारे
तू नहीं मैं हूँ, मैं नहीं तू है
अब कुछ ऐसा गुमान है प्यारे
रख कदम फूंक-फूंक कर नादान
ज़र्रे-ज़र्रे में जान है प्यारे
अपनी-अपनी, जुबां है प्यारे
हम ज़माने से इंतकाम तो ले
एक हसीं दरमियान है प्यारे
तू नहीं मैं हूँ, मैं नहीं तू है
अब कुछ ऐसा गुमान है प्यारे
रख कदम फूंक-फूंक कर नादान
ज़र्रे-ज़र्रे में जान है प्यारे
Writer(s): Jagjit Singh, Jigar Morarabadi Lyrics powered by www.musixmatch.com