Badla Na Apne Aapko Songtext
von Jagjit Singh
Badla Na Apne Aapko Songtext
बदला ना अपने आप को, जो थे वहीं रहे
बदला ना अपने आप को, जो थे वहीं रहे
मिलते रहे सभी से, मगर अजनबी रहे
बदला ना अपने आप को, जो थे वहीं रहे
दुनिया ना जीत पाओ तो हारो ना ख़ुद को तुम
दुनिया ना जीत पाओ तो हारो ना ख़ुद को तुम
थोड़ी-बहुत तो ज़हन में नाराज़गी रहे
थोड़ी-बहुत तो ज़हन में नाराज़गी रहे
बदला ना अपने आप को, जो थे वहीं रहे
अपनी तरह सभी को किसी की तलाश थी
अपनी तरह सभी को किसी की तलाश थी
हम जिसके भी क़रीब रहे, दूर ही रहे
हम जिसके भी क़रीब रहे, दूर ही रहे
बदला ना अपने आप को, जो थे वहीं रहे
गुज़रो जो बाग़ से तो दुआ माँगते चलो
गुज़रो जो बाग़ से तो दुआ माँगते चलो
जिसमें खिले हैं फूल वो डाली हरी रहे
जिसमें खिले हैं फूल वो डाली हरी रहे
बदला ना अपने आप को, जो थे वहीं रहे
मिलते रहे सभी से, मगर अजनबी रहे
बदला ना अपने आप को, जो थे वहीं रहे
जो थे वहीं रहे, जो थे वहीं रहे
बदला ना अपने आप को, जो थे वहीं रहे
मिलते रहे सभी से, मगर अजनबी रहे
बदला ना अपने आप को, जो थे वहीं रहे
दुनिया ना जीत पाओ तो हारो ना ख़ुद को तुम
दुनिया ना जीत पाओ तो हारो ना ख़ुद को तुम
थोड़ी-बहुत तो ज़हन में नाराज़गी रहे
थोड़ी-बहुत तो ज़हन में नाराज़गी रहे
बदला ना अपने आप को, जो थे वहीं रहे
अपनी तरह सभी को किसी की तलाश थी
अपनी तरह सभी को किसी की तलाश थी
हम जिसके भी क़रीब रहे, दूर ही रहे
हम जिसके भी क़रीब रहे, दूर ही रहे
बदला ना अपने आप को, जो थे वहीं रहे
गुज़रो जो बाग़ से तो दुआ माँगते चलो
गुज़रो जो बाग़ से तो दुआ माँगते चलो
जिसमें खिले हैं फूल वो डाली हरी रहे
जिसमें खिले हैं फूल वो डाली हरी रहे
बदला ना अपने आप को, जो थे वहीं रहे
मिलते रहे सभी से, मगर अजनबी रहे
बदला ना अपने आप को, जो थे वहीं रहे
जो थे वहीं रहे, जो थे वहीं रहे
Writer(s): Jagjit Singh, Nida Fazli Lyrics powered by www.musixmatch.com