Mera Kehna Maan Sitamgar Songtext
von Anuradha Paudwal
Mera Kehna Maan Sitamgar Songtext
मेरा कहना मान सितमगर, मान ले अपनी हार
मेरा कहना मान सितमगर, मान ले अपनी हार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
मेरा कहना मान सितमगर, मान ले अपनी हार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
जिसका नाम बग़ावत है, ऐसा दीवाना आया है
हो, जिसका नाम बग़ावत है, ऐसा दीवाना आया है
ज़र्रा-ज़र्रा कहता है वो तेरी मौत का साया है
ज़र्रा-ज़र्रा कहता है वो तेरी मौत का साया है
प्यार के दुश्मन हो जा तू अब झुकने को तैयार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
दिल के लहू में कब तक तू नफ़रत का ज़हर उतारेगा?
दिल के लहू में कब तक तू नफ़रत का ज़हर उतारेगा?
ख़ुदा भी जिसको मार ना पाया, तू क्या उसको मारेगा?
ख़ुदा भी जिसको मार ना पाया, तू क्या उसको मारेगा?
तेरी हर कोशिश ज़ालिम हो जाएगी बेकार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
मेरे जैसे कितने बेबस दिलों को तूने तोड़ा
मेरे जैसे कितने बेबस दिलों को तूने तोड़ा
इक दिन वो ले के आएगा तेरे कफ़न का जोड़ा
इक दिन वो ले के आएगा तेरे कफ़न का जोड़ा
ख़ाक में मिल जाएगा तेरे ज़ुल्मों का संसार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
मेरा कहना मान सितमगर, मान ले अपनी हार
मेरा कहना मान सितमगर, मान ले अपनी हार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
मेरा कहना मान सितमगर, मान ले अपनी हार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
मेरा कहना मान सितमगर, मान ले अपनी हार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
जिसका नाम बग़ावत है, ऐसा दीवाना आया है
हो, जिसका नाम बग़ावत है, ऐसा दीवाना आया है
ज़र्रा-ज़र्रा कहता है वो तेरी मौत का साया है
ज़र्रा-ज़र्रा कहता है वो तेरी मौत का साया है
प्यार के दुश्मन हो जा तू अब झुकने को तैयार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
दिल के लहू में कब तक तू नफ़रत का ज़हर उतारेगा?
दिल के लहू में कब तक तू नफ़रत का ज़हर उतारेगा?
ख़ुदा भी जिसको मार ना पाया, तू क्या उसको मारेगा?
ख़ुदा भी जिसको मार ना पाया, तू क्या उसको मारेगा?
तेरी हर कोशिश ज़ालिम हो जाएगी बेकार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
मेरे जैसे कितने बेबस दिलों को तूने तोड़ा
मेरे जैसे कितने बेबस दिलों को तूने तोड़ा
इक दिन वो ले के आएगा तेरे कफ़न का जोड़ा
इक दिन वो ले के आएगा तेरे कफ़न का जोड़ा
ख़ाक में मिल जाएगा तेरे ज़ुल्मों का संसार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
मेरा कहना मान सितमगर, मान ले अपनी हार
मेरा कहना मान सितमगर, मान ले अपनी हार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
कभी मिटा, ना कभी मिटेगा इस दुनिया से प्यार
Writer(s): Sameer Lyrics powered by www.musixmatch.com