Choodi Bhi Zid Pe Aai Hai Songtext
von Anuradha Paudwal
Choodi Bhi Zid Pe Aai Hai Songtext
चूड़ी भी ज़िद पे आई है, पायल ने शोर मचाया है
चूड़ी भी ज़िद पे आई है, पायल ने शोर मचाया है
चूड़ी भी ज़िद पे आई है, पायल ने शोर मचाया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
चूड़ी भी ज़िद पे आई है, पायल ने शोर मचाया है
चूड़ी भी ज़िद पे आई है, पायल ने शोर मचाया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
बाग़ों में पड़ गए हैं झूले, पपीहा भी गाए पिया-पिया
ओ-हो, बाग़ों में पड़ गए हैं झूले, पपीहा भी गाए पिया-पिया
रुत की क़ीमत ना पहचानी, तुमने क्यूँ ये ज़ुल्म किया?
कभी बादल डराता है, कभी बिजली ने धमकाया है
कभी बादल डराता है, कभी बिजली ने धमकाया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
मैं भी बिलकुल नादाँ हूँ, ऐतबार किया जो वादों पे
ओ-ओ, मैं भी बिलकुल नादाँ हूँ, ऐतबार किया जो वादों पे
बहलाती रही पगले दिल को भूली-बिसरी यादों से
अब तुम ये तसल्ली दो मुझको, दिल आज बहुत घबराया है
अब तुम ये तसल्ली दो मुझको, दिल आज बहुत घबराया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
चूड़ी भी ज़िद पे आई है, पायल ने शोर मचाया है
चूड़ी भी ज़िद पे आई है, पायल ने शोर मचाया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
चूड़ी भी ज़िद पे आई है, पायल ने शोर मचाया है
चूड़ी भी ज़िद पे आई है, पायल ने शोर मचाया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
चूड़ी भी ज़िद पे आई है, पायल ने शोर मचाया है
चूड़ी भी ज़िद पे आई है, पायल ने शोर मचाया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
बाग़ों में पड़ गए हैं झूले, पपीहा भी गाए पिया-पिया
ओ-हो, बाग़ों में पड़ गए हैं झूले, पपीहा भी गाए पिया-पिया
रुत की क़ीमत ना पहचानी, तुमने क्यूँ ये ज़ुल्म किया?
कभी बादल डराता है, कभी बिजली ने धमकाया है
कभी बादल डराता है, कभी बिजली ने धमकाया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
मैं भी बिलकुल नादाँ हूँ, ऐतबार किया जो वादों पे
ओ-ओ, मैं भी बिलकुल नादाँ हूँ, ऐतबार किया जो वादों पे
बहलाती रही पगले दिल को भूली-बिसरी यादों से
अब तुम ये तसल्ली दो मुझको, दिल आज बहुत घबराया है
अब तुम ये तसल्ली दो मुझको, दिल आज बहुत घबराया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
चूड़ी भी ज़िद पे आई है, पायल ने शोर मचाया है
चूड़ी भी ज़िद पे आई है, पायल ने शोर मचाया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
अब तो आजा परदेसी, सावन का महिना आया है
Writer(s): Nikhil-vinay, Rani Malik, Lalit Sen Lyrics powered by www.musixmatch.com