Tum Bhi Raahi Songtext
von A. R. Rahman
Tum Bhi Raahi Songtext
तुम भी राही, हम भी राही
तुम भी राही, हम भी राही
हम-तुम बस चलते चले
हम-तुम बस चलते चले
तुम भी राही, हम भी राही
तुम भी राही, हम भी राही
हम-तुम बस चलते चले
हम-तुम बस चलते चले
जितने भी हैं रस्ते देंगे हजारों मुश्किलें
जितने भी हैं रस्ते देंगे हजारों मुश्किलें
अब जो भी हो, अब जो भी हो
हम-तुम बस चलते चले
इन रास्तों में दूरियाँ, मजबूरियाँ हैं
संग-संग दर्द के साये हैं चलते
पर जो कहे हम हारेंगे वो ग़लत है
हरेगी हर एक तबाही
तुम भी राही, हम भी राही
हम-तुम बस चलते चले
दीवार आए तो लौट जाओ ऐसी ना भूल करना
दीवारों से टकराते रहना
दीवार आए तो लौट जाओ ऐसी ना भूल करना
दीवारों में दरवाजे बन जाते हैं, समझे ना
तुम भी राही, हम भी राही
तुम भी राही, हम भी राही
हम-तुम बस चलते चले
तुम दरिया हो, तुम्हें कोई पर्वत रोक नहीं पाए
तुम अपनी ही मौज में बहना
तुम दरिया हो, तुम्हें कोई पर्वत रोक नहीं पाए
पानी से तो पत्थर भी कट जाते हैं, समझे ना
तुम भी राही, हम भी राही
तुम भी राही, हम भी राही
हम-तुम बस चलते चले
हम-तुम बस चलते चले
तुम भी राही, हम भी राही
हम-तुम बस चलते चले
हम-तुम बस चलते चले
तुम भी राही, हम भी राही
तुम भी राही, हम भी राही
हम-तुम बस चलते चले
हम-तुम बस चलते चले
जितने भी हैं रस्ते देंगे हजारों मुश्किलें
जितने भी हैं रस्ते देंगे हजारों मुश्किलें
अब जो भी हो, अब जो भी हो
हम-तुम बस चलते चले
इन रास्तों में दूरियाँ, मजबूरियाँ हैं
संग-संग दर्द के साये हैं चलते
पर जो कहे हम हारेंगे वो ग़लत है
हरेगी हर एक तबाही
तुम भी राही, हम भी राही
हम-तुम बस चलते चले
दीवार आए तो लौट जाओ ऐसी ना भूल करना
दीवारों से टकराते रहना
दीवार आए तो लौट जाओ ऐसी ना भूल करना
दीवारों में दरवाजे बन जाते हैं, समझे ना
तुम भी राही, हम भी राही
तुम भी राही, हम भी राही
हम-तुम बस चलते चले
तुम दरिया हो, तुम्हें कोई पर्वत रोक नहीं पाए
तुम अपनी ही मौज में बहना
तुम दरिया हो, तुम्हें कोई पर्वत रोक नहीं पाए
पानी से तो पत्थर भी कट जाते हैं, समझे ना
तुम भी राही, हम भी राही
तुम भी राही, हम भी राही
हम-तुम बस चलते चले
हम-तुम बस चलते चले
Writer(s): A R Rahman, Javed Akhtar Lyrics powered by www.musixmatch.com