Phir Se Songtext
von Umer Farooq
Phir Se Songtext
फिर से वहीं
हम हैं खड़े
ख्वाबों के संग
चल ना सके
बातें वही
यादें सभी
खुद से ज़ुदा
कर ना सके
क्यूँ हुए हैं फ़ासले?
ख्वाब हैं टूटे हुए
टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ?
टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ?
तन्हा सही
सबसे परे
हैं खो गए
क्यूँ रास्ते?
मंज़िलों से
भागे कहाँ?
खो जायेंगे
बन के निशां
टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ?
टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ?
टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ?
टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ?
टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ?
टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ?
टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ?
हम हैं खड़े
ख्वाबों के संग
चल ना सके
बातें वही
यादें सभी
खुद से ज़ुदा
कर ना सके
क्यूँ हुए हैं फ़ासले?
ख्वाब हैं टूटे हुए
टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ?
टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ?
तन्हा सही
सबसे परे
हैं खो गए
क्यूँ रास्ते?
मंज़िलों से
भागे कहाँ?
खो जायेंगे
बन के निशां
टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ?
टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ?
टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ?
टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ?
टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ?
टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ?
टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ? टूटे क्यूँ?
Writer(s): Muhammad Farooq Lyrics powered by www.musixmatch.com