Aankh Milate Daar Lagta Hai Songtext
von Udit Narayan, Alka Yagnik
Aankh Milate Daar Lagta Hai Songtext
आँख मिलाते डर लगता है
इश्क़ कहीं ना हो जाए
कब से संभाला दिल को मैंने
दिल ये कहीं ना खो जाए
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
आँख मिलाते डर लगता है
इश्क़ कहीं ना हो जाए
इश्क़ बुरी है चीज़, मैंने माना
पर नहीं माने ये दिल-दीवाना
इश्क़ बुरी है चीज़, मैंने माना
पर नहीं माने ये दिल-दीवाना
दर्द मिले चाहत में, मैंने जाना
है बड़ा मुश्किल दिल को समझाना
ये प्यार कहाँ? कब होता है?
जब होना हो, तब होता है
ये कोई ना जाने, हाए
आँख मिलाते डर लगता है
इश्क़ कहीं ना हो जाए
कब से संभाला दिल को मैंने
दिल ये कहीं ना खो जाए
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
आशिक़ों को नींद नहीं आए
हर घड़ी दिलबर की याद सताए
आशिक़ों को नींद नहीं आए
हर घड़ी दिलबर की याद सताए
प्यार में दूरी ना सही जाए
बेक़रारी रह-रह के तड़पाए
ये रोग जिसे लग जाता है
वो जीता ना मर पाता है
दिल कहना ना माने, हाए
आँख मिलाते डर लगता है
इश्क़ कहीं ना हो जाए
कब से संभाला दिल को मैंने
दिल ये कहीं ना खो जाए
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
इश्क़ कहीं ना हो जाए
कब से संभाला दिल को मैंने
दिल ये कहीं ना खो जाए
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
आँख मिलाते डर लगता है
इश्क़ कहीं ना हो जाए
इश्क़ बुरी है चीज़, मैंने माना
पर नहीं माने ये दिल-दीवाना
इश्क़ बुरी है चीज़, मैंने माना
पर नहीं माने ये दिल-दीवाना
दर्द मिले चाहत में, मैंने जाना
है बड़ा मुश्किल दिल को समझाना
ये प्यार कहाँ? कब होता है?
जब होना हो, तब होता है
ये कोई ना जाने, हाए
आँख मिलाते डर लगता है
इश्क़ कहीं ना हो जाए
कब से संभाला दिल को मैंने
दिल ये कहीं ना खो जाए
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
आशिक़ों को नींद नहीं आए
हर घड़ी दिलबर की याद सताए
आशिक़ों को नींद नहीं आए
हर घड़ी दिलबर की याद सताए
प्यार में दूरी ना सही जाए
बेक़रारी रह-रह के तड़पाए
ये रोग जिसे लग जाता है
वो जीता ना मर पाता है
दिल कहना ना माने, हाए
आँख मिलाते डर लगता है
इश्क़ कहीं ना हो जाए
कब से संभाला दिल को मैंने
दिल ये कहीं ना खो जाए
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
ओ, रब्बा हो, हो
ओ, रब्बा हो
Writer(s): Saifi Nadeem, Rathod Shravan, Pandy Sameer (t) Lyrics powered by www.musixmatch.com