Aisa Pehli Baar Hua Hai Songtext
von Sonu Nigam
Aisa Pehli Baar Hua Hai Songtext
आजकल क्यूँ मेरा वक्त कटता नहीं?
कोई चेहरा निगाहों से हटता नहीं
क्या है बेताबियाँ, मैंने ना जाना था
पहले कभी दिल ना दीवाना था
ऐसा पहली बार हुआ है १७-१८ सालों में
Hey, ऐसा पहली बार हुआ है १७-१८ सालों में
कोई, कोई आए-जाए मेरे ख़यालों में
ऐसा पहली बार हुआ है १७-१८ सालों में
Hey, ऐसा पहली बार हुआ है १७-१८ सालों में
कोई, अरे, कोई आए-जाए मेरे ख़यालों में
ऐसा पहली बार हुआ है १७-१८ सालों में
सपने सजाता हूँ खामोश रातों में
मैं डूब जाता हूँ अनजानी बातों में
Hey, सपने सजाता हूँ खामोश रातों में
मैं डूब जाता हूँ अनजानी बातों में
कोई हवा में दुपट्टा उड़ाए
मेरी जवाँ धड़कनों को बढ़ाए
मुझ को सँभालो, ओ, मेरे यारों
ये मैं कहाँ खो गया? Ha
अरे, उलझा-उलझा रहता हूँ उलझे-उलझे बालों में
ऐसा पहली बार हुआ है १७-१८ सालों में
कोई, अरे, कोई आए-जाए मेरे ख़यालों में
ऐसा पहली बार हुआ है १७-१८ सालों में
कोई जो आहट हो, मैं जाग जाता हूँ
यादों के पीछे क्यूँ मैं भाग जाता हूँ?
Hey, कोई जो आहट हो, मैं जाग जाता हूँ
यादों के पीछे क्यूँ मैं भाग जाता हूँ?
तनहाई में दिल धड़कने लगा है
ना जाने क्यूँ अब तड़पने लगा है
मैं पूछता हूँ, कोई बता दे
ये क्या मुझे हो गया? Ha
अरे, मेरा नाम लिख दो तुम अब पागल दिल वालों में
ऐसा पहली बार हुआ है १७-१८ सालों में
कोई, अरे, कोई आए-जाए मेरे ख़यालों में
ऐसा पहली बार हुआ है १७-१८ सालों में
Hey, ऐसा पहली बार हुआ है १७-१८ सालों में
Aye, yeah
कोई चेहरा निगाहों से हटता नहीं
क्या है बेताबियाँ, मैंने ना जाना था
पहले कभी दिल ना दीवाना था
ऐसा पहली बार हुआ है १७-१८ सालों में
Hey, ऐसा पहली बार हुआ है १७-१८ सालों में
कोई, कोई आए-जाए मेरे ख़यालों में
ऐसा पहली बार हुआ है १७-१८ सालों में
Hey, ऐसा पहली बार हुआ है १७-१८ सालों में
कोई, अरे, कोई आए-जाए मेरे ख़यालों में
ऐसा पहली बार हुआ है १७-१८ सालों में
सपने सजाता हूँ खामोश रातों में
मैं डूब जाता हूँ अनजानी बातों में
Hey, सपने सजाता हूँ खामोश रातों में
मैं डूब जाता हूँ अनजानी बातों में
कोई हवा में दुपट्टा उड़ाए
मेरी जवाँ धड़कनों को बढ़ाए
मुझ को सँभालो, ओ, मेरे यारों
ये मैं कहाँ खो गया? Ha
अरे, उलझा-उलझा रहता हूँ उलझे-उलझे बालों में
ऐसा पहली बार हुआ है १७-१८ सालों में
कोई, अरे, कोई आए-जाए मेरे ख़यालों में
ऐसा पहली बार हुआ है १७-१८ सालों में
कोई जो आहट हो, मैं जाग जाता हूँ
यादों के पीछे क्यूँ मैं भाग जाता हूँ?
Hey, कोई जो आहट हो, मैं जाग जाता हूँ
यादों के पीछे क्यूँ मैं भाग जाता हूँ?
तनहाई में दिल धड़कने लगा है
ना जाने क्यूँ अब तड़पने लगा है
मैं पूछता हूँ, कोई बता दे
ये क्या मुझे हो गया? Ha
अरे, मेरा नाम लिख दो तुम अब पागल दिल वालों में
ऐसा पहली बार हुआ है १७-१८ सालों में
कोई, अरे, कोई आए-जाए मेरे ख़यालों में
ऐसा पहली बार हुआ है १७-१८ सालों में
Hey, ऐसा पहली बार हुआ है १७-१८ सालों में
Aye, yeah
Writer(s): Anu Malik, Sameer Lyrics powered by www.musixmatch.com