Chaman Mein Rah Ke Virana Songtext
von Shamshad Begum
Chaman Mein Rah Ke Virana Songtext
चमन में रह के वीराना मेरा दिल होता जाता है
चमन में रह के वीराना मेरा दिल होता जाता है
ख़ुशी में आज कल कुछ ग़म भी शामिल होता जाता है
चमन में रह के वीराना मेरा दिल होता जाता है
ख़ुशी में आज कल कुछ ग़म भी शामिल होता जाता है
चमन में रह के वीराना...
ना जाने क्यूँ बदलती जा रही है ज़िंदगी मेरी
ना जाने ज़िंदगी मेरी
ना जाने क्यूँ बदलती जा रही है ज़िंदगी मेरी
ना जाने ज़िंदगी मेरी
मैं दिल से बेख़बर, दिल मुझसे ग़ाफ़िल होता जाता है
चमन में रह के वीराना...
ये उलझन और ये बेचैनी, ये धड़कन और ये बेताबी
ये धड़कन और ये बेताबी
ये उलझन और ये बेचैनी, ये धड़कन और ये बेताबी
ये धड़कन और ये बेताबी
मेरा दिल जाने किन तीरों से घायल होता जाता है
चमन में रह के वीराना मेरा दिल होता जाता है
ख़ुशी में आज कल कुछ ग़म भी शामिल होता जाता है
चमन में रह के वीराना...
चमन में रह के वीराना मेरा दिल होता जाता है
ख़ुशी में आज कल कुछ ग़म भी शामिल होता जाता है
चमन में रह के वीराना मेरा दिल होता जाता है
ख़ुशी में आज कल कुछ ग़म भी शामिल होता जाता है
चमन में रह के वीराना...
ना जाने क्यूँ बदलती जा रही है ज़िंदगी मेरी
ना जाने ज़िंदगी मेरी
ना जाने क्यूँ बदलती जा रही है ज़िंदगी मेरी
ना जाने ज़िंदगी मेरी
मैं दिल से बेख़बर, दिल मुझसे ग़ाफ़िल होता जाता है
चमन में रह के वीराना...
ये उलझन और ये बेचैनी, ये धड़कन और ये बेताबी
ये धड़कन और ये बेताबी
ये उलझन और ये बेचैनी, ये धड़कन और ये बेताबी
ये धड़कन और ये बेताबी
मेरा दिल जाने किन तीरों से घायल होता जाता है
चमन में रह के वीराना मेरा दिल होता जाता है
ख़ुशी में आज कल कुछ ग़म भी शामिल होता जाता है
चमन में रह के वीराना...
Writer(s): Shakeel Badayuni, Naushad Naushad Lyrics powered by www.musixmatch.com