Songtexte.com Drucklogo

Moh Moh Ke Dhaage (Male) Songtext
von Papon

Moh Moh Ke Dhaage (Male) Songtext

मोह-मोह...
मोह-मोह के धागे...

ये मोह-मोह के धागे तेरी उँगलियों से जा उलझे
ये मोह-मोह के धागे तेरी उँगलियों से जा उलझे
कोई टोह-टोह ना लागे, किस तरह गिरह ये सुलझे?
है रोम-रोम इक तारा...
है रोम-रोम इक तारा जो बादलों में से गुज़रे

ये मोह-मोह के धागे तेरी उँगलियों से जा उलझे
कोई टोह-टोह ना लागे, किस तरह गिरह ये सुलझे?


तू होगा ज़रा पागल तूने मुझको है चुना
तू होगा ज़रा पागल तूने मुझको है चुना
कैसे तूने अनकहा, तूने अनकहा सब सुना?
तू होगा ज़रा पागल तूने मुझको है चुना

तू दिन सा है, मैं रात
आ ना दोनों मिल जाएँ शामों की तरह

ये मोह-मोह के धागे तेरी उँगलियों से जा उलझे
कोई टोह-टोह ना लागे, किस तरह गिरह ये सुलझे?

कि ऐसा बेपरवाह मन पहले तो ना था
कि ऐसा बेपरवाह मन पहले तो ना था
चिट्ठियों को जैसे मिल गया, जैसे इक नया सा पता
कि ऐसा बेपरवाह मन पहले तो ना था

ख़ाली राहें, हम आँख मूँदे जाएँ
पहुँचें कहीं तो बेवजह

ये मोह-मोह के धागे तेरी उँगलियों से जा उलझे
कोई टोह-टोह ना लागे, किस तरह गिरह ये सुलझे?

Songtext kommentieren

Log dich ein um einen Eintrag zu schreiben.
Schreibe den ersten Kommentar!

Beliebte Songtexte
von Papon

Quiz
Wer will in seinem Song aufgeweckt werden?

Fans

»Moh Moh Ke Dhaage (Male)« gefällt bisher niemandem.