Khush Raho Songtext
von Mukesh
Khush Raho Songtext
खुश रहो, हर ख़ुशी है तुम्हारे लिए
खुश रहो, हर ख़ुशी है तुम्हारे लिए
छोड़ दो आँसुओं को हमारे लिए
छोड़ दो आँसुओं को हमारे लिए
खुश रहो, हर ख़ुशी है तुम्हारे लिए
क्यूँ उदासी की तस्वीर बन कर खड़े?
ग़म उठाने को दुनिया में हम तो पड़े
मुस्कुराने के दिन है, ना आहें भरो
मुस्कुराने के दिन है, ना आहें भरो
मेरे होते न खुद को परेशां करो
खुश रहो, हर ख़ुशी है तुम्हारे लिए
खुश रहो, हर ख़ुशी है तुम्हारे लिए
बिजली चमके, तुम्हें डर की क्या बात है
रोशनी की यही तो शुरुआत है
टूटनी है जो बिजली मेरा सर तो है
टूटनी है जो बिजली मेरा सर तो है
जो अँधेरे है बेघर मेरा घर तो है
खुश रहो, हर ख़ुशी है तुम्हारे लिए
खुश रहो, हर ख़ुशी है तुम्हारे लिए
तुम बहारों से शिकवा न करना कभी
दे दो कांटें हमें, फूल ले लो सभी
फूल कोई कुचल जाए जब गुल में
फूल कोई कुचल जाए जब गुल में
सोच लेना के हम मिल चुके धूल में
खुश रहो, हर ख़ुशी है तुम्हारे लिए
छोड़ दो आँसुओं को हमारे लिए
छोड़ दो आँसुओं को हमारे लिए
खुश रहो, हर ख़ुशी है तुम्हारे लिए
खुश रहो, हर ख़ुशी है तुम्हारे लिए
खुश रहो, हर ख़ुशी है तुम्हारे लिए
छोड़ दो आँसुओं को हमारे लिए
छोड़ दो आँसुओं को हमारे लिए
खुश रहो, हर ख़ुशी है तुम्हारे लिए
क्यूँ उदासी की तस्वीर बन कर खड़े?
ग़म उठाने को दुनिया में हम तो पड़े
मुस्कुराने के दिन है, ना आहें भरो
मुस्कुराने के दिन है, ना आहें भरो
मेरे होते न खुद को परेशां करो
खुश रहो, हर ख़ुशी है तुम्हारे लिए
खुश रहो, हर ख़ुशी है तुम्हारे लिए
बिजली चमके, तुम्हें डर की क्या बात है
रोशनी की यही तो शुरुआत है
टूटनी है जो बिजली मेरा सर तो है
टूटनी है जो बिजली मेरा सर तो है
जो अँधेरे है बेघर मेरा घर तो है
खुश रहो, हर ख़ुशी है तुम्हारे लिए
खुश रहो, हर ख़ुशी है तुम्हारे लिए
तुम बहारों से शिकवा न करना कभी
दे दो कांटें हमें, फूल ले लो सभी
फूल कोई कुचल जाए जब गुल में
फूल कोई कुचल जाए जब गुल में
सोच लेना के हम मिल चुके धूल में
खुश रहो, हर ख़ुशी है तुम्हारे लिए
छोड़ दो आँसुओं को हमारे लिए
छोड़ दो आँसुओं को हमारे लिए
खुश रहो, हर ख़ुशी है तुम्हारे लिए
खुश रहो, हर ख़ुशी है तुम्हारे लिए
Writer(s): Indeewar, Kalyanji Virji Shah, Anandji V Shah Lyrics powered by www.musixmatch.com